कानपुर: जनपद में 5900 करोड़ रुपये की लागत से मेगा लेदर क्लस्टर बनेगा. इससे कई लोगों को रोजगार मिलेगा. शहर में पिछले कई सालों से चमड़ा कारोबारियों की यह मांग थी, कि सरकार उन्हें एक मेगा लेदर क्लस्टर तैयार करके दे.
औद्योगिक नगरी में उद्यमियों की इस मांग को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने अब शहर के रमईपुर में मेगा लेदर क्लस्टर को बनाने की स्वीकृति (Mega leather cluster built in Kanpur) दे दी है. करीब छह हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले इस क्लस्टर में 350 से अधिक चमड़ा व अन्य इकाइयों की स्थापना होगी. सभी इकाइयां एमएसएमई के अंतर्गत संचालित होंगी. इन इकाइयों में लेदर प्रोसेसिंग, डिजाइनिंग व टेनरियों में होने वाले सभी तरह के काम किए जा सकेंगे.
कई देशों में है शहर के चमड़ा उत्पादों की मांग: काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट (सीएलई) के पूर्व चेयरमैन मुख्तारुल अमीन ने बताया कि यूरोप, चीन, रूस समेत कई देश ऐसे हैं, जहां शहर के चमड़ा उत्पादों की मांग बहुत अधिक है. जैसे ही क्लस्टर बन जाएगा और इकाइयों में उत्पाद तैयार होंगे तो निश्चित तौर पर कारोबार बढ़ेगा. जिसका सीधा लाभ यहां के चमड़ा कारोबारियों को होगा. इकाइयों की स्थापना से शहर व आसपास के अन्य जनपदों के हजारों लोगों को रोजगार मिल सकेगा. इसी तरह सीएलई के वाइस चेयरमैन आरके जालान ने बताया कि क्लस्टर बनने से कारोबारी ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की थीम पर काम कर सकेंगे. वहीं, छोटे कारोबारी हैं, अब उन्हें एक छत के नीचे कच्चा माल, उत्पाद तैयार करने वाले कंपोनेंट समेत अन्य सुविधाएं मिल सकेंगी.
15 हजार करोड़ रुपये सालाना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का कुल जूता कारोबार लगभग छह बिलियन डालर है. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के कुल कारोबार का नया लक्ष्य करीब 10 बिलियन डालर है. मेगा लेदर क्लस्टर बनने के बाद कारोबार की संभावना करीब 20 हजार करोड़ रुपये सालाना है. शहर के रमईपुर में लगभग 6 हजार करोड़ रुपये की लागत से मेगा लेदर क्लस्टर बनेगा. इसके लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है.
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