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बाल तस्करी को रोकने के लिए कानपुर अनवरगंज स्टेशन पर हुई बैठक

रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 ने कानपुर अनवरगंज स्टेशन पर जीआरपी, आरपीएफ, स्टेशन मास्टर और रेलवे स्टाफ के बीच बैठक हुई. बैठक का मुख्य उद्देश्य बाल तस्करी पर लगाम लगाना था.

बैठक.
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Published : Mar 19, 2021, 2:11 PM IST

कानपुर: रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 कानपुर ने कानपुर अनवरगंज स्टेशन पर जीआरपी, आरपीएफ, स्टेशन मास्टर और रेलवे स्टाफ के बीच बाल तस्करी को रोकने के उद्देश्य से बैठक की. इस बैठक सभा में रेलवे चाइल्डन के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया कि कुछ बाल तस्कर ट्रेनों के माध्यम से बच्चों की बाल तस्करी करते हैं. बच्चों को एक शहर से दूसरे शहर ले जाने में सबसे आसान व सस्ता साधन ट्रेनों को मानते हैं और बच्चों के जीवन को बर्बाद कर देते हैं. समाज में बाल तस्कर हैं. उन्हें कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर सजा दिलवाना चाहिए.

इस बैठक के दौरान अनवरगंज स्टेशन अधीक्षक आर एन पी त्रिवेदी ने बताया कि अगर ट्रेनों के माध्यम से बाल तस्करी हो रही है और मामला हमारे संज्ञान में आता है तो रेलवे स्टाफ, जीआरपी स्टाफ, आरपीएफ इसे रोकने हेतु सदैव तत्पर है. इसमें जो भी अपराधी होंगे. उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. साथ ही उनके माध्यम से बैठक के दौरान एक संयुक्त रूप से रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 जीआरपी और आरपीएफ की एक निरीक्षण टीम बनाई गई. जो बच्चों के मामलों में हमेशा सतर्क रहेगी और कोई भी बच्चा मुसीबत में दिखाई देगा तो तुरंत उसकी मदद की जाएगी.

बैठक के दौरान रेलवे चाइल्ड लाइन समन्वयक गौरव सचान ने बताया कि रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 बच्चों के मामलों में हमेशा सतर्क रहती है. रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर विगत 3 वर्षों से मुसीबत में फंसे बच्चों के लिए एवं शोषित बच्चों को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत है और साथ ही अपील की गई कि स्टेशन परिसर में कहीं भी कोई भी परेशान गुमशुदा अकेला भटका हुआ या आपको लगता है कि किसी बच्चे को कोई नुकसान पहुंचा. कार्यक्रम में मुख्य रूप से रेलवे चाइल्डलाइन के निदेशक कमल कांत तिवारी, रेलवे चाइल्डलाइन के समन्वयक गौरव सचान, स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी व रेलवे के कई स्टाफ उपस्थित रहे.

इसे भी पढे़ं- योगी सरकार के 4 साल के कार्य का मतलब शून्य नंबर: ओपी राजभर

कानपुर: रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 कानपुर ने कानपुर अनवरगंज स्टेशन पर जीआरपी, आरपीएफ, स्टेशन मास्टर और रेलवे स्टाफ के बीच बाल तस्करी को रोकने के उद्देश्य से बैठक की. इस बैठक सभा में रेलवे चाइल्डन के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया कि कुछ बाल तस्कर ट्रेनों के माध्यम से बच्चों की बाल तस्करी करते हैं. बच्चों को एक शहर से दूसरे शहर ले जाने में सबसे आसान व सस्ता साधन ट्रेनों को मानते हैं और बच्चों के जीवन को बर्बाद कर देते हैं. समाज में बाल तस्कर हैं. उन्हें कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर सजा दिलवाना चाहिए.

इस बैठक के दौरान अनवरगंज स्टेशन अधीक्षक आर एन पी त्रिवेदी ने बताया कि अगर ट्रेनों के माध्यम से बाल तस्करी हो रही है और मामला हमारे संज्ञान में आता है तो रेलवे स्टाफ, जीआरपी स्टाफ, आरपीएफ इसे रोकने हेतु सदैव तत्पर है. इसमें जो भी अपराधी होंगे. उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी. साथ ही उनके माध्यम से बैठक के दौरान एक संयुक्त रूप से रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 जीआरपी और आरपीएफ की एक निरीक्षण टीम बनाई गई. जो बच्चों के मामलों में हमेशा सतर्क रहेगी और कोई भी बच्चा मुसीबत में दिखाई देगा तो तुरंत उसकी मदद की जाएगी.

बैठक के दौरान रेलवे चाइल्ड लाइन समन्वयक गौरव सचान ने बताया कि रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 बच्चों के मामलों में हमेशा सतर्क रहती है. रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर विगत 3 वर्षों से मुसीबत में फंसे बच्चों के लिए एवं शोषित बच्चों को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत है और साथ ही अपील की गई कि स्टेशन परिसर में कहीं भी कोई भी परेशान गुमशुदा अकेला भटका हुआ या आपको लगता है कि किसी बच्चे को कोई नुकसान पहुंचा. कार्यक्रम में मुख्य रूप से रेलवे चाइल्डलाइन के निदेशक कमल कांत तिवारी, रेलवे चाइल्डलाइन के समन्वयक गौरव सचान, स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी व रेलवे के कई स्टाफ उपस्थित रहे.

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