ETV Bharat / state

कानपुर की 13 साल की बानी ने लिख डाली 15 दिलचस्प कहानियों वाली खास किताब, पढ़िए डिटेल - BOOK WHIMSICAL FABLES

Book Whimsical Fables : कोविड-19 के दौर में आया किताब लिखने का आइडिया. 'द व्हिम्सिकल फैबल्स' को पसंद कर रहे बच्चे.

द व्हिम्सिकल फैबल्स पुस्तक लिखने वाली बानी भाटिया.
द व्हिम्सिकल फैबल्स पुस्तक लिखने वाली बानी भाटिया. (Photo Credit : ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 22, 2024, 12:01 PM IST

Updated : Nov 22, 2024, 4:24 PM IST

कानपुर : जिस उम्र में आजकल के बच्चे खेलकूद और मौज-मस्ती में व्यस्त रहते हैं, उस उम्र में कानपुर की रहने वाली 13 वर्षीय बानी भाटिया ने अपनी पहली किताब लिख डाली. किताब का नाम 'द व्हिम्सिकल फैबल्स' है.

बचपन से है किताबें पढ़ने का शौक : ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बानी भाटिया ने बताया कि वह स्वराज इंडिया पब्लिक स्कूल में कक्षा 7 की छात्रा हैं. बचपन से ही उन्हें किताबें पढ़ना काफी पसंद है. जब भी समय मिलता तो किताबें पढ़ती हैं. उनके पास खिलौनों से ज्यादा किताबों का कलेक्शन है. बानी ने बताया कि किताब लिखने का आइडिया कोविड-19 के दौर में आया था. यह जिज्ञासा अपनी मां (प्रिया भाटिया) से साझा की तो मां ने प्रोत्साहित किया. इसके बाद किताब "द व्हिम्सिकल फैबल्स" लिखनी शुरू की.

द व्हिम्सिकल फैबल्स पुस्तक लिखने वाली बानी भाटिया से ईटीवी भारत की खास बातचीत. (Video Credit- ETV Bharat)

इस तरह आया किताब लिखने का आइडिया : बानी ने बताया कि जब वह किताब पढ़ती थी तो हमेशा उनके दिमाग में एक विचार आता था कि आखिर जिस किताब को वह पढ़ रही है उसे भी किसी न किसी व्यक्ति ने जरूर लिखा होगा. इसके बाद किताब पढ़ने के साथ-साथ किताब लिखने का भी ख्याल आया. कोविड के समय ज्यादातर समय घर में ही बीतता था. इस दौरान करीब 5 से 6 कहानियां लिखी थीं. मां ने देखा तो और लिखने के लिए प्रेरित किया. करीब 1 साल की कड़ी मेहनत के बाद 15 दिलचस्प लघु कहानियां के संग्रह पर आधारित "द व्हिम्सिकल फैबल्स" किताब का आकार मिला. इस किताब में हास्य, कल्पना, प्रेरणा जैसी विभिन्न शैलियों के बारे में जानकारी है. बानी की पुस्तक को दिल्ली की उपदेशक और लेखिका गुनीत कौर ने संपादित की है.

किताब में हैं कई रोचक कहानियां.
किताब में हैं कई रोचक कहानियां. (Photo Credit; ETV Bharat)

बास्केटबॉल खेलना व हाइकिंग और ट्रैकिंग पसंद : बानी ने बताया कि उसे भी दूसरे बच्चों की तरह खेलना-कूदना काफी अच्छा लगता है. बास्केटबॉल के अलावा हाइकिंग और ट्रैकिंग बेहद पसंद है. बानी का मानना है कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलने और कूदना भी चाहिए, इन सब कामों के बीच आपको अपने समय प्रबंधन पर भी काम करना चाहिए.

बानी भाटिया का बुक कलेक्शन.
बानी भाटिया का बुक कलेक्शन. (Photo Credit : ETV Bharat)

माता-पिता बोले- बेटी ने बढ़ाया मान : बानी के पिता संदीप भाटिया ने बताया कि उन्हें काफी खुशी है कि उनकी बेटी ने केवल उन्हें ही नहीं बल्कि पूरे शहर को गौरवान्वित किया है. बानी की मां प्रिया भाटिया ने बताया कि बानी बचपन से ही किताब पढ़ने की काफी ज्यादा शौकीन है. उसने किताबों को काफी ज्यादा अच्छा संग्रह भी इकट्ठा कर लिया है. किताबों के प्रति उसका लगाव कुछ इस कदर है कि जब भी वह मार्केट या मॉल जाती है तो वहां पर खिलौने के लिए नहीं, बल्कि किताबों के लिए जिद करती है. बेटी की सफलता के बाद से उन्हें भी बेहद खुशी है.

यह भी पढ़ें : इमरजेंसी कि याद ताजा कर गई बनारस में लॉन्च हुई किताब, प्रसिद्ध समाजशास्त्री ने उस समय के काले सच को किया उजागर - Emergency Raj Ki Antarkatha

यह भी पढ़ें : वीर अब्दुल हमीद के पैतृक गांव पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत, 'मेरे पापा परमवीर' पुस्तक का किया लोकार्पण, देवरहा हंस बाबा के आश्रम पहुंचकर लिया आशीर्वाद - RSS chief Mohan Bhagwat

कानपुर : जिस उम्र में आजकल के बच्चे खेलकूद और मौज-मस्ती में व्यस्त रहते हैं, उस उम्र में कानपुर की रहने वाली 13 वर्षीय बानी भाटिया ने अपनी पहली किताब लिख डाली. किताब का नाम 'द व्हिम्सिकल फैबल्स' है.

बचपन से है किताबें पढ़ने का शौक : ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बानी भाटिया ने बताया कि वह स्वराज इंडिया पब्लिक स्कूल में कक्षा 7 की छात्रा हैं. बचपन से ही उन्हें किताबें पढ़ना काफी पसंद है. जब भी समय मिलता तो किताबें पढ़ती हैं. उनके पास खिलौनों से ज्यादा किताबों का कलेक्शन है. बानी ने बताया कि किताब लिखने का आइडिया कोविड-19 के दौर में आया था. यह जिज्ञासा अपनी मां (प्रिया भाटिया) से साझा की तो मां ने प्रोत्साहित किया. इसके बाद किताब "द व्हिम्सिकल फैबल्स" लिखनी शुरू की.

द व्हिम्सिकल फैबल्स पुस्तक लिखने वाली बानी भाटिया से ईटीवी भारत की खास बातचीत. (Video Credit- ETV Bharat)

इस तरह आया किताब लिखने का आइडिया : बानी ने बताया कि जब वह किताब पढ़ती थी तो हमेशा उनके दिमाग में एक विचार आता था कि आखिर जिस किताब को वह पढ़ रही है उसे भी किसी न किसी व्यक्ति ने जरूर लिखा होगा. इसके बाद किताब पढ़ने के साथ-साथ किताब लिखने का भी ख्याल आया. कोविड के समय ज्यादातर समय घर में ही बीतता था. इस दौरान करीब 5 से 6 कहानियां लिखी थीं. मां ने देखा तो और लिखने के लिए प्रेरित किया. करीब 1 साल की कड़ी मेहनत के बाद 15 दिलचस्प लघु कहानियां के संग्रह पर आधारित "द व्हिम्सिकल फैबल्स" किताब का आकार मिला. इस किताब में हास्य, कल्पना, प्रेरणा जैसी विभिन्न शैलियों के बारे में जानकारी है. बानी की पुस्तक को दिल्ली की उपदेशक और लेखिका गुनीत कौर ने संपादित की है.

किताब में हैं कई रोचक कहानियां.
किताब में हैं कई रोचक कहानियां. (Photo Credit; ETV Bharat)

बास्केटबॉल खेलना व हाइकिंग और ट्रैकिंग पसंद : बानी ने बताया कि उसे भी दूसरे बच्चों की तरह खेलना-कूदना काफी अच्छा लगता है. बास्केटबॉल के अलावा हाइकिंग और ट्रैकिंग बेहद पसंद है. बानी का मानना है कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलने और कूदना भी चाहिए, इन सब कामों के बीच आपको अपने समय प्रबंधन पर भी काम करना चाहिए.

बानी भाटिया का बुक कलेक्शन.
बानी भाटिया का बुक कलेक्शन. (Photo Credit : ETV Bharat)

माता-पिता बोले- बेटी ने बढ़ाया मान : बानी के पिता संदीप भाटिया ने बताया कि उन्हें काफी खुशी है कि उनकी बेटी ने केवल उन्हें ही नहीं बल्कि पूरे शहर को गौरवान्वित किया है. बानी की मां प्रिया भाटिया ने बताया कि बानी बचपन से ही किताब पढ़ने की काफी ज्यादा शौकीन है. उसने किताबों को काफी ज्यादा अच्छा संग्रह भी इकट्ठा कर लिया है. किताबों के प्रति उसका लगाव कुछ इस कदर है कि जब भी वह मार्केट या मॉल जाती है तो वहां पर खिलौने के लिए नहीं, बल्कि किताबों के लिए जिद करती है. बेटी की सफलता के बाद से उन्हें भी बेहद खुशी है.

यह भी पढ़ें : इमरजेंसी कि याद ताजा कर गई बनारस में लॉन्च हुई किताब, प्रसिद्ध समाजशास्त्री ने उस समय के काले सच को किया उजागर - Emergency Raj Ki Antarkatha

यह भी पढ़ें : वीर अब्दुल हमीद के पैतृक गांव पहुंचे RSS प्रमुख मोहन भागवत, 'मेरे पापा परमवीर' पुस्तक का किया लोकार्पण, देवरहा हंस बाबा के आश्रम पहुंचकर लिया आशीर्वाद - RSS chief Mohan Bhagwat

Last Updated : Nov 22, 2024, 4:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.