कानपुर: जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में एक महिला की इलाज के अभाव में मौत हो गई. मौत के बाद पड़ोसियों ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर शव को प्रोटोकॉल के तहत सील करवाया. मृतका के पिता ने कहा कि प्रदेश में ऐसी सरकारी सुविधा है जो जीते जी नहीं मिलती, लेकिन मरने के बाद तुरंत मिल जाती है.
बता दें कि जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले रमनलाल गुप्ता ने अपनी बेटी अलका (30 वर्ष) की शादी दिल्ली में की थी. शादी के बाद भाई और मां की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर अलका दिल्ली से कानपुर आ गई थी. दो दिन पूर्व घर आने पर अलका को पता चला कि मां और भाई दोनों कोरोना वायरस संक्रमित हैं. उन्हें कानपुर के रामा हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था.
इसके बाद से अलका की तबीयत लगातार बिगड़ने लगी. आस पड़ोस से मदद मांगी तो कोरोना वायरस के डर से किसी ने अलका की मदद नहीं की. थक हारकर अलका ने लगातार सरकारी हेल्पलाइन नंबर पर फोन मिलाया लेकिन उसको किसी तरह की सुविधा नहीं मिली. अलका ने आसपास के निजी अस्पताल में भर्ती होने का कई बार प्रयास किया, लेकिन कोरोना के डर से पीड़िता को इलाज नहीं मिल सका. इसके बाद धीरे-धीरे इलाज के अभाव में तड़प-तड़प कर अलका ने दम तोड़ दिया.
दम तोड़ते हुए युवती ने आखिर में कहा कि मुझसे सभी दूर रहें, वह शायद कोरोना वायरस से संक्रमित है. मौत की सूचना पर पड़ोसियों ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर शव को प्रोटोकॉल के तहत सील कराया.