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मानव तस्करी : महिलाओं को फंसाकर विदेश भेजने वाला सरगना गिरफ्तार

क्राइम ब्रांच की टीम ने मानव तस्करी गिरोह के मुख्य आरोपी को बंगलूरू पुलिस की मदद से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है. बी वारेंट पर कोर्ट ने आरोपी को कानपुर ले जाने की अनुमति दे दी. शुक्रवार रात ट्रेन से क्राइम ब्रांच टीम कानपुर के लिए रवाना हो गई है.

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Published : Jun 18, 2021, 9:53 PM IST

मुख्य तस्कर अमीन
मुख्य तस्कर अमीन

कानपुर : विदेशों में अच्छी नौकरी का लालच देकर महिलाओं की विदेश में तस्करी करने वाले तस्कर गैंग के मुख्य आरोपी को कमिश्नरेट कानपुर की क्राइम ब्रांच टीम ने दबोच लिया है. तस्करी के कई मामले आने के बाद क्राइम ब्रांच लगातार इस गैंग पर अपनी पैनी नजरें लगाए हुए थी. बंगलुरू में गि‍रफ्तार किए गए मुख्य अभियुक्त को क्राइम ब्रांच ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही है.

तस्कर कानपुर और इसके आस-पास के जनपदों से काफी संख्या में महिलाओं को विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ओमान और अन्य देशों में सप्लाई कर चुके हैं. मानव तस्करी के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने अप्रैल माह में दो एजेंट मुजम्मिल और अतीक उर रहमान को गिरफ्तार किया था. यह दोनों एजेंट बंगलुरु में रहने वाले अमीन को कानपुर और उसके आस-पास के जनपदों से महिलाओं की तस्करी करते थे. दोनों एजेंटो की गिरफ्तारी कर्नलगंज थाने में हुई एफआईआर की जांच के तहत हुई थी.

ऐसे पकड़े गए आरोपी


एक शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया था कि उसकी पत्नी को विदेश में हॉस्पिटल में नौकरी देने का लालच देकर मुजम्मिल और अतीक उर रहमान ने ओमान भेज दिया है. जहां उन्हें घर का काम करने के साथ-साथ शारीरिक शोषण किया जा रहा है. जब शिकायतकर्ता ने अपनी पत्नी को वापस बुलाने के लिए कहा तो इनके द्वारा 22 हजार रुपये भारत वापसी का टिकट कहकर ले लिया गया. इसके कुछ दिन बाद एक लाख रुपये टिकट और अन्य कार्यों के लिए मांगे गए. साथ ही धमकी भी दी कि ऐसा न करने पर वह अपनी पत्नी को दोबारा नहीं देख पाएगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए विदेश मंत्रालय भारत सरकार और भारतीय दूतावास ने ओमान में संपर्क कर पूरी घटना की जानकारी दी.

इसे भी पढ़ें- यूपी ATS ने चार और रोहिंग्या को किया गिरफ्तार, जून में ये तीसरा ऑपरेशन

जांच में पता चला

जांच में पता चला कि सिर्फ शिकायतकर्ता ही नहीं इसके अलावा यह एजेंट कई महिलाओं को अवैध टूरिस्ट वीजा बनवाकर विदेश भेज चुके हैं. दोनों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि अभी तक 20 महिलाओं को वह विदेश भेज चुके हैं इसके बदले कमीशन के रूप में प्रति महिला के हिसाब से इन्हें 25 से 30 हजार रुपये कमीशन के प्राप्त होते हैं. दोनों एजेंट ने पूछताछ के दौरान ही मुख्य एजेंट अमीन के बारे में जानकारी दी थी, जिसकी तलाश में क्राइम ब्रांच काम कर रही थी. इसी के तहत शुक्रवार को टीम को बड़ी सफलता बेंगलुरु में बैठे अमीन को दबोचने में मिली. अमीन के विदेशों में संपर्क हैं उसके पास ही विदेशों से महिलाओं के लिए डिमांड आती है.

अमीन वीजा, पासपोर्ट, टूरिस्ट वीजा आदि का इंतजाम करता है. तस्कर गैंग ने सिर्फ कानपुर और उन्नाव ही नहीं बल्कि देश के कई अन्य राज्यों के जनपदों से महिलाओं को विदेश भेजा है. दो दिन पहले ही क्राइम ब्राच के एएचटीयू थाने में दो महिलाओं ने भी अपने परिजनों को विदेशों से बुलाने की गुहार लगाई थी, जिसमें सभी अभियुक्त यही थे.

कानपुर : विदेशों में अच्छी नौकरी का लालच देकर महिलाओं की विदेश में तस्करी करने वाले तस्कर गैंग के मुख्य आरोपी को कमिश्नरेट कानपुर की क्राइम ब्रांच टीम ने दबोच लिया है. तस्करी के कई मामले आने के बाद क्राइम ब्रांच लगातार इस गैंग पर अपनी पैनी नजरें लगाए हुए थी. बंगलुरू में गि‍रफ्तार किए गए मुख्य अभियुक्त को क्राइम ब्रांच ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही है.

तस्कर कानपुर और इसके आस-पास के जनपदों से काफी संख्या में महिलाओं को विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर ओमान और अन्य देशों में सप्लाई कर चुके हैं. मानव तस्करी के मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने अप्रैल माह में दो एजेंट मुजम्मिल और अतीक उर रहमान को गिरफ्तार किया था. यह दोनों एजेंट बंगलुरु में रहने वाले अमीन को कानपुर और उसके आस-पास के जनपदों से महिलाओं की तस्करी करते थे. दोनों एजेंटो की गिरफ्तारी कर्नलगंज थाने में हुई एफआईआर की जांच के तहत हुई थी.

ऐसे पकड़े गए आरोपी


एक शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया था कि उसकी पत्नी को विदेश में हॉस्पिटल में नौकरी देने का लालच देकर मुजम्मिल और अतीक उर रहमान ने ओमान भेज दिया है. जहां उन्हें घर का काम करने के साथ-साथ शारीरिक शोषण किया जा रहा है. जब शिकायतकर्ता ने अपनी पत्नी को वापस बुलाने के लिए कहा तो इनके द्वारा 22 हजार रुपये भारत वापसी का टिकट कहकर ले लिया गया. इसके कुछ दिन बाद एक लाख रुपये टिकट और अन्य कार्यों के लिए मांगे गए. साथ ही धमकी भी दी कि ऐसा न करने पर वह अपनी पत्नी को दोबारा नहीं देख पाएगा. मामले की गंभीरता को देखते हुए विदेश मंत्रालय भारत सरकार और भारतीय दूतावास ने ओमान में संपर्क कर पूरी घटना की जानकारी दी.

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जांच में पता चला

जांच में पता चला कि सिर्फ शिकायतकर्ता ही नहीं इसके अलावा यह एजेंट कई महिलाओं को अवैध टूरिस्ट वीजा बनवाकर विदेश भेज चुके हैं. दोनों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि अभी तक 20 महिलाओं को वह विदेश भेज चुके हैं इसके बदले कमीशन के रूप में प्रति महिला के हिसाब से इन्हें 25 से 30 हजार रुपये कमीशन के प्राप्त होते हैं. दोनों एजेंट ने पूछताछ के दौरान ही मुख्य एजेंट अमीन के बारे में जानकारी दी थी, जिसकी तलाश में क्राइम ब्रांच काम कर रही थी. इसी के तहत शुक्रवार को टीम को बड़ी सफलता बेंगलुरु में बैठे अमीन को दबोचने में मिली. अमीन के विदेशों में संपर्क हैं उसके पास ही विदेशों से महिलाओं के लिए डिमांड आती है.

अमीन वीजा, पासपोर्ट, टूरिस्ट वीजा आदि का इंतजाम करता है. तस्कर गैंग ने सिर्फ कानपुर और उन्नाव ही नहीं बल्कि देश के कई अन्य राज्यों के जनपदों से महिलाओं को विदेश भेजा है. दो दिन पहले ही क्राइम ब्राच के एएचटीयू थाने में दो महिलाओं ने भी अपने परिजनों को विदेशों से बुलाने की गुहार लगाई थी, जिसमें सभी अभियुक्त यही थे.

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