कानपुर: वैसे तो आपने रंग-बिरंगे फूलों वाले, तरह-तरह के आकार के फलों वाले पौधे खूब देखे होंगे. लेकिन शायद हाथी, जिराफ और ऊंट की तरह दिखने वाले पौधे न देखें हों. अगर, इन्हें देखना है तो कानपुर के फूलबाग पहुंच जाइए. शहर के रमणीय पर्यटन स्थलों में शामिल फूलबाग की तस्वीर बदलने के लिए कानपुर के नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन एक अनूठी कवायद कर रहे हैं. वह बाग में तरह-तरह के खास किस्म वाले पौधे तो रोपित करा ही रहे हैं, इसके साथ-साथ वह फूलबाग में लिविंग एंड वायर्ड एनिमल टोपियारी को भी विकसित करा रहे हैं.
उद्यान अक्षीक्षक डॉ.वीके सिंह ने बताया कि स्मार्ट सिटी कार्यों के अंतर्गत फूलबाग को एक नया रूप दिया जा रहा है. यहां रोजाना अच्छी संख्या में मॉर्निंग वाकर्स आते हैं, जबकि दिन भर लोगों की आवाजाही बनी रहती है. शहर में मोतीझील के बाद फूलबाग ऐसा स्थान है, जहां लोगों को हरियाली के बीच समय बिताने का मौका मिलता है. ऐसे में यहां पर छोटे-छोटे बगीचों के बीच में लिविंग एंड वायर्ड एनिमल टोपियारी (एक खास किस्म की तकनीक से पौधा लगाना) को विकसित कर रहे हैं. जिसमें लोहे के तारों से हाथी, ऊंट व जिराफ समेत अन्य वन्यजीवों की आकृतियां बनाई गई हैं. इन आकृतियों पर पौधों को रूप दिया जाएगा. करीब दो साल में एक पौधा तैयार होगा. दूर से देखने पर वह बिल्कुल किसी वन्यजीव की आकृति जैसा दिखेगा.