कानपुर: कोरोना महामारी का सबसे बड़ा दंश झेलने को अगर कोई मजबूर है तो वह मजदूर हैं. 450 किलोमीटर लंबा रास्ता पैदल चलकर मजदूर कानपुर पहुंच गए हैं. इन मजदूरों को अभी 600 किलोमीटर का सफर तय करके बिहार जाना है.
हाथों में पानी की बोतलें, कंधों पर सामान लेकर यह लोग सिर्फ अपने घर पहुंचने की आस लिए पैदल चलते जा रहे हैं. ईटीवी भारत ने इन मजदूरों से बात की.
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उन्होंने बताया कि यह लोग दिल्ली से चलकर आ रहे हैं और इन्हें बिहार के पटना तक जाना है. वहीं बात की जाए सरकारी दावों की तो सरकारी दावे फेल नजर आ रहे हैं. न इन लोगों को रहने के लिए वहां जगह मिल रही थी और न खाने को खाना.
लॉकडाउन में जब काम बंद हुआ तो पैसे मिलने भी बंद हो गए. घर जाने का कोई साधन नहीं मिला तो पैदल ही घर जाने की ठानी और निकल पड़े. रास्तों की दुश्वारियां झेलते भूखे प्यासे बस ये अपनी डगर पर पैदल चले जा रहे हैं.