कानपुर: जिले की नामचीन ज्ञान पैथालॉजी लैब में कोरोना निगेटिव को पाॅजिटिव बताने का खतरनाक खेल पकड़ा गया है. इस लैब से पाॅजिटिव बताए गए 39 लोग सरकारी जांच में निगेटिव मिले हैं. इस खुलासे से हड़कंप मच गया है. डीएम ने इस घटनाक्रम का खुलासा करते हुए सीएमओ को रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया है.
पढ़ें पूरा मामला
20 सितंबर को डीएम आलोक तिवारी और सीएमओ डॉ. अनिल कुमार मिश्र ने एक मरीज की शिकायत पर स्वरूप नगर स्थित ज्ञान पैथोलॉजी लैब पर छापा मारा था. लैब की शिकायत एक मरीज ने की थी. उसने लैब में जांच कराई और उसे पाॅजिटिव रिपोर्ट मिली. उसने दूसरी लैब में भी जांच कराई थी, जहां वह कोरोना निगेटिव निकला. उसे कोई लक्षण भी नहीं था. उसने लैब की शिकायत की. जब डीएम खुद जांच करने पहुंचे तो पता चला कि वहां कई मरीजों के नाम-पते और मोबाइल नम्बर गलत दर्ज हैं. डीएम आलोक तिवारी को गलत रिपोर्ट देने, पॉजिटिव मरीजों के पूरा पता न लिखने, ज्यादा पैसा लेने जैसी शिकायतें सही मिलीं तो उन्होंने लैब सील कर दिया.
एडीएम सिटी की निगरानी में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई, जिसमें दो एसीएमओ शामिल किए गए थे. जांच में 20 सितम्बर से तीन दिन पूर्व की सभी कोरोना जांचों के रिकार्ड लिए गए. कमेटी ने उन सभी मरीजों की दोबारा जांच की है. उसी जांच में 39 पॉजिटिव मरीज निगेटिव मिले हैं. बता दें कि अभी 12 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है.
ज्ञान पैथोलॉजी ने जिन 39 लोगों को कोरोना पॉजिटिव बताया था, उनके दोबारा सैम्पल लिए गए. सभी निगेटिव मिले. संभव है कि दो-तीन ऐसे मरीज हों, जो स्वस्थ हो गए हों लेकिन पूरे 39 पॉजिटिव लोग 6 दिनों में निगेटिव नहीं हो सकते. सीएमओ को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया है.
- आलोक तिवारी, डीएम