कानपुर: अपने मंत्रों से लोगों को ठीक करने का दावा करने वाले करौली बाबा (डॉ. संतोष सिंह) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. मंगलवार को जहां पुलिस ने एक डॉक्टर को पिटवाने के आरोप में करौली बाबा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली थी, वहीं बुधवार को उसी डॉक्टर को गुंडों से पिटवाने का वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर वायरल हो गया.
बाबा व उनके समर्थक जब तक कुछ समझ पाते, तब तक अधिवक्ता का वीडियो भी वायरल हो गया. जिसमें वह बाबा से कहते दिख रहा है कि अगर करौली बाबा उसके दो बेटों का इलाज कर देंगे तो वह अपनी संपत्ति बाबा के नाम कर देगा. हालांकि, अब पुलिस ने भी आश्रम पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. पूरे शहर में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि साक्ष्यों के आधार पर पुलिस किसी भी समय बाबा को गिरफ्तार कर सकती है. हालांकि, करौली बाबा यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया.
एक आईपीएस से जुड़े हैं बाबा के तार: आश्रम में मौजूद सेवादारों ने मीडियाकर्मियों को बताया कि बाबा के तार एक आईपीएस के जुड़े रहे हैं. जब तक शहर में उस आईपीएस अफसर की तैनाती थी, तब तक बाबा का रूतबा था. बाबा के आश्रम में गार्डों की फौज है, कई एकड़ में आश्रम फैला है. बाबा के पास लग्जरी गाड़ियां हैं, जिससे साफ है कि बाबा ने अपनी शोहरत में किसी तरह की कमी नहीं रखी. इतना ही नहीं, यू-ट्यूब समेत अन्य सोशल मीडिया पर बाबा के हजारों फालोअर्स हैं और बाबा का यह भी दावा है कि उनके भक्त विदेश में भी हैं. बाबा के तिलिस्म को देखते हुए पुलिस अफसर बहुत गंभीरता के साथ जांच में फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रहे हैं. संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि करौली बाबा के जो वीडियो वायरल हैं, उनके आधार पर पुलिस टीमें जांच कर रही हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर हम कार्रवाई करेंगे.
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