कानपुर: शहर में अभी भले ही लोग बहुत अधिक लाइट जाने से परेशान रहते हों, लेकिन 2023 से यह दिक्कत काफी हद तक कम हो जाएगी. दरअसल आठ मार्च 2019 को पीएम मोदी ने कानपुर में जिस 660 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट की आधारशिला रखी थी, वह शुरू हो जाएगा. वहीं, 2018 में स्वीकृत इस प्रोजेक्ट का कितना काम हुआ है और कितना बाकी है, इसे लेकर मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने अधीनस्थ अफसरों के साथ मंगलवार को पनकी स्थित प्लांट का निरीक्षण किया.
जानकारी के मुताबिक, इस दौरान अफसरों ने मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर को बताया कि प्लांट का 70 फीसद काम पूरा हो चुका है. 30 फीसद जो काम बाकी है, उसके लिए लगातार कवायद जारी है. मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने बताया कि 2023 में इस प्लांट से बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा. अभी, बिनगवां स्थित 40 एमएलडी के एसटीपी से प्लांट को पानी पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि इससे शहर को तो बिजली मिलेगी ही, साथ ही प्रत्यक्ष रूप से 600 लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
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इसके साथ ही मंडलायुक्त ने बताया कि 2000-3000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है. इस प्लांट की कुल लागत 5816 करोड़ रुपये है, जबकि निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त के साथ यूपी विद्युत उत्पादन निगम, भेल, ब्वायलर विभाग के अफसर मौजूद रहे.
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