कानपुर : कुछ दिनों पहले बिठूर इलाके में फर्जी पीएमओ अधिकारी बनकर लोगों से लाखों की ठगी करने के आरोपी को एसटीएफ ने लखनऊ में गिरफ्तार किया था. पुलिस को आरोपी की छह घंटे की रिमांड मिली. इसके बाद पुलिस शनिवार को आरोपी को लेकर बिठूर स्थित पायनियर ग्रीन सिटी के विला नंबर र 67 में पहुंची. यहां से एक लाख 45 हजार रुपये, दो अंगूठी व एक सोने की चेन बरामद हुई. पुलिस की नजर अब आरोपी के वाट्सएप चैट पर है.
एसटीएफ ने लखनऊ से पकड़ा था : खुद को फर्जी पीएमओ अधिकारी बताकर लोगों को ठगने के आरोपी अभिषेक प्रताप सिंह उर्फ संतोष सिंह को एसटीएफ ने लखनऊ में पकड़ा था. इसके बाद एसीएम-2 से पुलिस को आरोपी की छह घंटे की रिमांड मिली थी. इसके बाद बिठूर पुलिस शनिवार को इलाके में मौजूद पायनियर ग्रीन सिटी के विला नंबर 67 में आरोपी को लेकर पहुंची. यहां से पुलिस को एक लाख 45 हजार रुपये कैश, दो अंगूठी, एक सोने की चेन बरामद हुई. पुलिस सुबह 10.21 बजे कोर्ट से निकली. इसके बाद दोपहर 12.50 बजे के आसपास पायनियर ग्रीन सिटी पहुंची. फोर्स व अभिषेक को देखकर एक पल के लिए लोग सहम गए. पुलिस उसे लेकर सीधे विला नंबर 67 में पहुंची. पुलिस अफसरों ने करीब एक घंटे तक उससे पूछताछ भी की. शाम को रिमांड का समय खत्म होने से पहले पुलिस ने आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश कर दिया. संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करेगी. अभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं.
![पुलिस आरोपी को लेकर विला में पहुंची.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-09-2023/bithoorpolicereachedinpioneergreencitywithconmanabhishekpratapinkanpur_02092023203430_0209f_1693667070_269.jpg)
विला नंबर 70 में नहीं गए पुलिसकर्मी : बिठूर पुलिस टीम के अफसर व कर्मी आरोपी अभिषेक प्रताप सिंह को लेकर विला नंबर 70 में नहीं गए. इसे लेकर पायनियर ग्रीन सिटी सोसाइटी में तरह-तरह की अफवाहें रहीं. लोगों का कहना था, कि अभिषेक की सिक्योरिटी विला नंबर 70 में रहती थी. ऐसे में पुलिसकर्मियों को जांच के लिए वहां भी जाना चाहिए था. वहीं, पुलिस ने अभिषेक के दो बैंक खातों के लेनदेन की जानकारी करने के बाद उन्हें भी सीज करा दिया. ठग ने 22 लाख रुपये पायनियर ग्रीन सिटी के बिल्डर से भी ठगे थे.
कई आईएएस व आईपीएस अफसरों से जुड़ा था मामला : सूबे में इस मामले की चर्चा जोरों पर है. दरअसल, पुलिस के कई अफसर बेहद दबी जुबान में बताते हैं, कि महाठग अभिषेक प्रताप सिंह का रुतबा पायनियर ग्रीन सिटी में बहुत हाई प्रोफाइल था. लोग उससे बात नहीं करते थे, जबकि तमाम अफसरों की गाड़ियां आए दिन उसके विला पर आती थीं. अभिषेक के पास अपनी दो लग्जरी गाड़ियां थीं. दोनों पर पुलिस के स्टीकर चस्पा थे. कहा तो ये भी जा रहा है, कि पुलिस को अभिषेक के वाट्सएप चैट से कई ऐसी जानकारियां मिलीं हैं, जिनमेें सूबे के आईएएस व आईपीएस अफसरों से उसके सीधे जुड़ने की बात सामने आ रही है.
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