कानपुर: मेयर प्रमिला पांडेय ने मंगलवार को एक अजीबो-गरीब बयान दिया है. मेयर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, जो भी हिन्दू अपना घर बेचे तो उसे कोई हिंदू ही खरीदे और कोई मुसलमान अपना घर बेचे तो उसे मुसलमान ही खरीद पाए. कोई दूसरे समुदाय किसी का घर-मकान ने खरीदे. ऐसा कानून सरकार लेकर आए. गौरलब है कि मेयर बाबू पुरवा क्षेत्र में एक शिकायत पर निरीक्षण करने पहुंची थी, तब यह बात कही.
बता दें कि कानपुर साउथ के बाबू पुरवा थाना क्षेत्र स्थित मुंशी पुरवा में एक मंदिर के आसपास कब्जा होने की शिकायत वार्ड 36 के पार्षद अशोक पाल ने मेयर प्रमिला पांडेय से की थी. इसके बाद मेयर मंगलवार को बाबू पुरवा के मुंशी पुरवा पर पहुंची थी. जहां मेयर ने देखा कि मंदिर के चारों तरफ अवैध कब्जा है. वहीं, हनुमानजी की मूर्ति के आसपास कूड़े का ढेर है. आसपास बने घर के लोग रोजाना खिड़की से कूड़ा मंदिर के पास फेंकते है. जिसे देखकर मेयर प्रमिला पांडेय का पारा चढ़ गया और स्थानीय लोगों को जमकर फटकार लगाई. इसी के साथ ही नगर निगम पार्क में दो मंजिला नया मकान बना देखा. जिस पर महापौर प्रमिला पांडेय ने जांच करने और अवैध तरीके से मकान निर्माण पाए जाने पर गिराने के आदेश दिए.
वहीं, एक स्थानीय निवासी ने बताया कि मंदिर परिसर के पास बने जिस मकान की शिकायत हुई थी. वह मकान 20 साल पहले शिवमूरत नाम के व्यक्ति का था. लेकिन उन्होंने मकान मोहम्मद इकलाख को मकान बेच दिया था. उस वक्त दोनों की रजामंदी से यह तय हुआ था कि मंदिर की तरफ कोई दरवाजा और खिड़की नहीं खोली जाएगी. लेकिन, इसके बावजूद भी मोहम्मद इखलाख के परिवार ने मंदिर की तरफ दरवाजा खोला और छज्जा भी बाहर निकाल लिया. इसके बाद इखलाख के परिवार ने छज्जे से मंदिर की तरफ कूड़ा फेंकना शुरू कर दिया. जिसकी शिकायत पहले पार्षद तक पहुंची और फिर महापौर तक. जिसका निरीक्षण करने के लिए महापौर मौके पर पहुंची थी.
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