कानपुर: महंत सुरेशदास ने पनकी पुलिस पर आरोपितों से मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए अपनी जान को खतरा बताया है. बीते दिनों महंत सुरेशदास और उनके भाई पर जानलेवा हमला हुआ था. महंत पर जानलेवा हमले का वीडियो वायरल भी हुआ था.
पनकी मंदिर महंत सुरेश दास ने पुलिस पर अपराधियों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए अपनी जान को खतरा बताया है. बता दें कि बीती 8 अक्टूबर को महंत सुरेशदास मंदिर से जब अपने घर जा रहे थे, तभी आरोप है कि मंदिर गेट के पास रमाकांत मिश्र ने अपने पुत्रों और एक दर्जन साथियों संग मिलकर उनपर जानलेवा हमला कर दिया. इस दौरान आरोपियों ने कट्टे की बट और लोहे की रॉड से उन्हें जमकर पीटा.
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इस बीच आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी और मौके से फरार हो गए. घटना का वीडियो मौके पर खड़े लोगों ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से आरोपित महंत पर कट्टे की बट से प्रहार किया जा रहा है. हालांकि ऐसे किसी वीडियो के सत्यता की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है.
घटना के बाद लहूलुहान हालत में महंत सुरेश दास पनकी थाने पहुंचे और मामले में रमाकांत मिश्र, रीशु मिश्र, आनंद मिश्र, रोहित सेंगर, सूरज चौहान, कृष्ण लाल शुक्ला और शिवम शुक्ल समेत अन्य अज्ञात आरोपितों के खिलाफ दी व न्याय की गुहार लगाई.
आरोप है कि पनकी पुलिस ने एक आरोपित आनंद मिश्र पर शांति भंग के तहत कार्यवाही कर मामले में पल्ला झाड़ लिया. सुरेश दास ने पनकी पुलिस पर आरोपितों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए अन्य किसी भी थानां क्षेत्र की पुलिस से जांच कराने की मांग की है.
बताया कि जब आरोपित मंदिर जैसी जगह पर उनको जान से मारने का प्रयास कर सकते हैं तो वो उन्हें कही भी मार सकते हैं. इस दौरान उन्होंने खुद की जान को खतरा बताया है