कानपुर: कहा जाता है, कि अगर सफलता हासिल करनी है तो जी तोड़ मेहनत के लिए हमेशा तैयार रहना होगा. कुछ ऐसा ही किया है कानपुर शहर की बेटी और पी-रोड निवासी कृतिका मिश्रा ने. मंगलवार को जारी यूपीएससी के नतीजों में कृतिका को देश में 66वां स्थान मिला है. इस पर कृतिका के परिजनों का दावा है, कि हिंदी भाषा वर्ग से चयन में कृतिका का देश में पहला स्थान है.
अपनी इस सफलता का पूरा श्रेय कृतिका ने अपने माता-पिता को दिया है. इस मेधावी छात्रा ने बताया कि वह घर पर ही साल 2020 से तैयारी कर रही थीं. सिर्फ एक लक्ष्य था, कि किसी भी सूरत में यूपीएससी की परीक्षा में शानदार रैंक हासिल करनी है. कृतिका बताती हैं, कि अपने लक्ष्य की प्रेरणा माता-पिता से ही मिली. उन्होंने हमेशा कहा, कि बेटी एक दिन आईएएस बनकर जरूर दिखाना. कृतिका के पिता डा.दिवाकर मिश्रा शहर के बीएनएसडी इंटर कालेज में प्रवक्ता हैं. बेटी की इस उपलब्धि पर माता-पिता ने खुशी जताई है. वहीं, कृतिका की बहन मुदिता मिश्रा ने भी अपनी दीदी की इस सफलता पर उन्हें बधाई दी.
10वीं में 92, 12वीं में मिले 93 फीसद अंक: कृतिका ने अपनी 10वीं व 12वीं की पढ़ाई शहर के बीएनएसडी शिक्षा निकेतन से की है. कृतिका को 10वीं में जहां 92 फीसद अंक मिले. वहीं, 12वीं में 93 प्रतिशत अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की. 12वीं के बाद से ही कृतिका ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी. कृतिका कहती हैं, कि कोई लक्ष्य बड़ा नहीं होता. कभी यह नहीं सोचना चाहिए, कि हमारे जीवन में चुनौतियां नहीं आएंगी. हमारी सोच होनी चाहिए, कि हर चुनौती का डटकर मुकाबला करना है.
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