कानपुर: शहर में उद्यमिता को बढ़ावा मिल सके और कानपुर की जीडीपी में जो पिछले 5 सालों से कोई बदलाव नहीं हुआ. उसे आगामी 5 सालों में 4 गुना तक बढ़ाया जा सके. इस मकसद के साथ अब उद्यमी जमकर मेहनत करेंगे. उद्यमियों ने आगामी 5 सालों में शहर के उद्योग जगत को आगे बढ़ाने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है. अनुभवी उद्यमियों का कहना है कि जीडीपी में बढ़ोतरी के लिए हर सेक्टर में सालाना 24 फीसदी वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है. इसमें टेक्सटाइल, कारपेट सेक्टर, लेदर, होजरी समेत कई ऐसे क्षेत्र हैं. जहां उद्यमी अधिक से अधिक कारोबार करेंगे.
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में अधिक से अधिक निवेश का लक्ष्य: आईआईए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने कहा कि सरकार ने सूबे की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर तक पहुंचाने का जो लक्ष्य तय किया है. उसमें शहर के उद्यमी भी अहम भूमिका निभाएंगे. शहर को 5 हजार करोड़ रुपये निवेश का जो लक्ष्य मिला है. उसमें अधिक से अधिक निवेश की योजना बन रही है. मौजूदा समय में सूबे की जीडीपी जहां 260 बिलियन है. वहीं, कानपुर की जीडीपी पिछले 5 सालों से 22-23 बिलियन के बीच बनी हुई है, जिसे आगामी 5 सालों यानी 2027 तक 85-90 बिलियन तक पहुंचाना है. यह लक्ष्य कठिन जरूर है, लेकिन असंभव नहीं है.
सीएफसी, फ्लैटेड फैक्ट्री, डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट हव की सुविधाएं मिलेंगी: उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि शहर के उद्यमियों को अब अपना कारोबार करने में तमाम तरह की सहूलियतें मिल सकेंगी. नए साल में यहां कॉमन फैसिलिटी सेंटर होगा, डिस्ट्रिक्ट एक्सपोर्ट हब की सुविधा होगी और फ्लैटेड फैक्ट्री में उद्यमी समूह के तौर पर काम कर सकेंगे. उनकी जो दिक्कतें हैं, उन्हें दूर कराया जाएगा. आगामी दो सालों के अंदर शहर के सालाना कारोबार को 9.5 हजार करोड़ रुपये से 19 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाना है.
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