कानपुर: भले ही कानपुर-उन्नाव खंड स्नातक सीट का चुनाव जनवरी में प्रस्तावित हो, लेकिन अभी से चुनाव की बिसात बिछना शुरू हो गई है. रविवार को समाजवादी पार्टी की ओर से देर शाम घोषणा करते हुए रावतपुर गांव निवासी और कानपुर विवि स्ववित्तपोषित शिक्षक एसोसिएशन (कुसुफ्टा) के अध्यक्ष डॉ.कमलेश यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है. सपा की ओर से घोषणा होने के बाद डॉ.कमलेश के समर्थक सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर यह जानकारी वायरल भी करना भी शुरू कर दी है.
दरअसल, मौजूदा समय में इस सीट पर भाजपा समर्थित अरुण पाठक एमएलसी हैं. अभी तक इस सीट पर यह चर्चा हो रही थी, कि सपा की ओर से कोई अनुभवी और शिक्षक हितों की लड़ाई लड़ने वाले को ही प्रत्याशी बनाया जा सकता है. डॉ.कमलेश पिछले कई सालों से शिक्षक हितों की लड़ाई लड़ते रहे हैं और शिक्षकों की समस्याओं को लेकर खूब दौड़भाग भी करते रहे हैं. ऐसे में सपा ने उन पर अपना दांव लगा दिया है. डॉ.कमलेश को प्रत्याशी बनाए जाने की जानकारी मिलने के बाद से ही भाजपा में कयासों का दौर शुरू हो गया है.
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2017 में जब कानपुर-उन्नाव खंड स्नातक सीट का चुनाव हुआ था तब भाजपा समर्थित अरुण पाठक को 41 हजार वोट मिले थे. शहर में स्नातक स्तर पर कुल वोटों की संख्या एक लाख 35 हजार है. जबकि उक्त चुनाव में 80 हजार शिक्षकों ने मतदान किया था. इनमें से आठ हजार मत अवैध घोषित हो गए थे. 72 हजार वोटों में से 41 हजार वोट अरुण को मिले थे. चुनाव में उनकी जीत हुई थी. अब सपा की ओर से प्रत्याशी घोषित होने के बाद यह चुनाव एक बार फिर से सुर्खियों में होगा.
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