कानपुर: सूबे की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर तक पहुंचाने के लिए सरकार दिन-रात जिम्मेदार लगातार निवेशकों संग एमओयू कर रही हैं. कई लाख करोड़ रुपये के निवेश होने का खाका बन चुका है. उसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए कानपुर विकास प्राधिकरण ने 4 हजार करोड़ रुपये के एमओयू फाइनल कर लिया है. शुक्रवार को केडीए की ओर से होने वाली इन्वेस्टर्स मीट में अधिकतर निवेशक आकर हस्ताक्षर करेंगे. साथ ही यह बताएंगे कि वह केडीए की किस योजना में निवेश कर उद्यम स्थापित किया जाएगा.
केडीए सभागार में मीडिया से बातचीत करते हुए केडीए वीसी अरविंद सिंह ने बताया कि केडीए की तमाम योजनाओं में निवेशकों को अपना निवेश करने का मौका दिया जा रहा है. इससे शहर में हॉस्पिटल, बैंकिंग, रिटेल समेत अन्य क्षेत्रों का विस्तार होगा. उन्होंने बताया कि सबसे खास बात यह है कि कानपुर के झकरकटी बस अड्डे को लखनऊ के आलमबाग व अन्य अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं वाले बस अड्डों की तरह पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा. इसके लिए इंवेस्टर्स मीट में दिल्ली से अर्नेस्ट एंड यंग (ईएंडवाइ) कंपनी के प्रतिनिधि जहां एक ओर मौजूद रहेंगे. वहीं, दूसरी ओर यूपीएसआरटीसी के अफसर भी मौजूद रहेंगे. इस वार्ता में सचिव शत्रोहन वैश्य, अपर सचिव डा. गुडाकेश शर्मा समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
केडीए वीसी ने बताया कि केडीए की ओर से 30 जनवरी के बाद सिंहपुर, गंगा बैराज से लेकर बिठूर व आसपास के 30 किलोमीटर एरिया में भव्य लाइटिंग का काम कराया जाएगा. जिससे आने वाले समय में लोग उस क्षेत्र की भव्यता को देखते हुए वहां केडीए की योजनाओं का लाभ ले सकेंगे. केडीए का मुख्य फोकस चकेरी, बिनगवां व न्यू बिजनेस सिटी के ऊपर है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में केडीए शहर के सुंदरीकरण को लेकर भी काम करेगा. दिल्ली व मुंबई के निवेशकों को बुलाकर यहां नए प्रोजेक्ट्स स्थापित कराए जाएंगे. गंगा बैराज के समीप 25 एकड़ जमीन पर 18 गोल वाला गोल्फ कोर्स तैयार करवाया जाएगा.
केडीए वीसी ने बताया कि दिल्ली व लखनऊ की तर्ज पर कानपुर के पूर्व व पश्चिम क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये के निवेश से दो कंवेंशन सेंटर बनाने की योजना का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है. इन कंवेंशन सेंटर की क्षमता 1500 व्यक्तियों की होगी.