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आम आदमी की तरह कानपुर की सिटी बसों में आयुक्त का सफर, 13 कंडक्टर सस्पेंड, 14 ड्राइवर सेवा से बाहर

यूपी के कानपुर में सिटी बस सेवाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए कानपुर आयुक्त ने सिटी बसों में सामान्य यात्री की तरह सफर किया. सिटी बस में सफर के दौरान कानपुर आयुक्त को लापरवाही मिली है. कानपुर आयुक्त राज शेखर को बसों की फिटनेस, फर्स्ट ऐड किट, मास्क पहनकर गाड़ी न चलाना, बिना वर्दी के गाड़ी चलाना जैसी लापरवाही मिली.

कानपुर की सिटी बसों में आयुक्त का सफर.
कानपुर की सिटी बसों में आयुक्त का सफर.
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Published : Sep 3, 2021, 7:35 AM IST

Updated : Sep 3, 2021, 11:41 AM IST

कानपुर: कुशल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के तहत कानपुर आयुक्त ने सिटी बसों में सामान्य यात्रियों की तरह सफर किया. कानपुर आयुक्त राज शेखर ने सिटी बसों की जमीनी हकीकत जानने के लिए अधिकारियों के साथ सिटी बस में सफर के दौरान कई लापरवाही पाई. कानपुर आयुक्त ने पाया की बसों के ड्राइवर और कंडेक्टर वर्दी नहीं पहने हुए थे. कई बसों में ड्राइवर कंडेक्टर कोविड नियमों की भी धज्जियां उड़ाते हुए नजर आये. बिना मास्क लगाये ड्राइवर व कंडेक्टर मिलने पर कानपुर आयुक्त ने उनके खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया.

कानपुर कमिश्नर को शिकायत मिली थी की शहर की सिटी बसें नियम कायदे ताक पर रख कर चलाई जा रही है. जिसके लिए कानपुर आयुक्त राज शेखर ने अधिकारियों के साथ जमीनी हकीकत जानने के लिए बसों में सफर किया. इन बसों में सामान्य यात्री के रूप में यात्रा कर 2 सिटी बसों का औचक निरीक्षण किया. सबसे पहले उन्होंने सिटी बस नंबर यूपी 78 बाय 5708 में हर्ष नगर से चुन्नीगंज तक का सफर तय किया. इसके बाद उन्होंने दूसरी बस 78 बीटी 5698 रावतपुर से हर्ष नगर तक का सफर किया. आयुक्त ने गंतव्य तक यात्रा करने के लिए आवश्यक राशि का भुगतान करके बस टिकट लिया. इस दौरान उन्होंने यह पाया गया कि दोनों बसों में चालक और कंडक्टर ने निर्धारित पोशाक/वर्दी नहीं पहनी हुई थी. इतना ही नहीं दोनों बसों में चालक और कंडक्टर मास्क भी नहीं पहने हुए थे. बसों में फर्स्ट एड बॉक्स भी उपलब्ध नहीं था. दोनों बसों में एलईडी डिस्प्ले बोर्ड काम नहीं कर रहा था. बसों का सामान्य रखरखाव खराब स्थिति में था. एक मामले में यह पाया गया कि कंडक्टर ने टिकट के लिए एक यात्री से पैसे लिए, लेकिन यात्री को टिकट जारी नहीं किया. यह भी देखा गया कि आधे यात्री मास्क पहने नहीं पाए गए और कंडक्टर ने उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित भी नहीं किया.

वायरल वीडियो.

मंडलायुक्त ने चलाया कार्रवाई का चाबुक

सभी 13 कंडक्टरों (बिना निर्धारित ड्रेस/वर्दी और बिना मास्क के पाए जाने पर) को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश आयुक्त ने दिए है. सभी 14 ड्राइवरों (निजी सेवा प्रदाता ड्राइवरों) को तत्काल प्रभाव से सेवा से हटाया जाने के लिए आवश्यक करवाई करने के निर्देश दिए. लापरवाही और खराब प्रवर्तन के लिए 'प्रवर्तन दल' के सभी सदस्यों के खिलाफ विभागीय जांच स्थापित करने के निर्देश दिए. निजी एजेंसी को कारण बताओ नोटिस (जो बसों का रखरखाव करता है और ड्राइवर प्रदान करता है. इसे खराब रखरखाव और खराब पर्यवेक्षण और ड्राइवरों पर प्रभावी नियंत्रण न रखने के लिए ब्लैक लिस्ट करने के नोटिस देने के आदेश दिए. लापरवाही और खराब पर्यवेक्षण के लिए एआरएम (सिटी बस सेवाएं) को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाने के निर्देश दिए गए हैं.


बेहतर बस शेल्टर, एलईडी डिस्प्ले, समय सारिणी, अच्छा रखरखाव आदि सहित आने वाले दिनों में सेवाओं में सुधार के लिए सिटी बस निगम की एक उच्च स्तरीय बैठक 9 सितंबर को मंडलायुक्त द्वारा बुलाई गई है.

इसे भी पढें- अपर आयुक्त कानपुर की कार को डंपर ने मारी टक्कर

कानपुर: कुशल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के तहत कानपुर आयुक्त ने सिटी बसों में सामान्य यात्रियों की तरह सफर किया. कानपुर आयुक्त राज शेखर ने सिटी बसों की जमीनी हकीकत जानने के लिए अधिकारियों के साथ सिटी बस में सफर के दौरान कई लापरवाही पाई. कानपुर आयुक्त ने पाया की बसों के ड्राइवर और कंडेक्टर वर्दी नहीं पहने हुए थे. कई बसों में ड्राइवर कंडेक्टर कोविड नियमों की भी धज्जियां उड़ाते हुए नजर आये. बिना मास्क लगाये ड्राइवर व कंडेक्टर मिलने पर कानपुर आयुक्त ने उनके खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया.

कानपुर कमिश्नर को शिकायत मिली थी की शहर की सिटी बसें नियम कायदे ताक पर रख कर चलाई जा रही है. जिसके लिए कानपुर आयुक्त राज शेखर ने अधिकारियों के साथ जमीनी हकीकत जानने के लिए बसों में सफर किया. इन बसों में सामान्य यात्री के रूप में यात्रा कर 2 सिटी बसों का औचक निरीक्षण किया. सबसे पहले उन्होंने सिटी बस नंबर यूपी 78 बाय 5708 में हर्ष नगर से चुन्नीगंज तक का सफर तय किया. इसके बाद उन्होंने दूसरी बस 78 बीटी 5698 रावतपुर से हर्ष नगर तक का सफर किया. आयुक्त ने गंतव्य तक यात्रा करने के लिए आवश्यक राशि का भुगतान करके बस टिकट लिया. इस दौरान उन्होंने यह पाया गया कि दोनों बसों में चालक और कंडक्टर ने निर्धारित पोशाक/वर्दी नहीं पहनी हुई थी. इतना ही नहीं दोनों बसों में चालक और कंडक्टर मास्क भी नहीं पहने हुए थे. बसों में फर्स्ट एड बॉक्स भी उपलब्ध नहीं था. दोनों बसों में एलईडी डिस्प्ले बोर्ड काम नहीं कर रहा था. बसों का सामान्य रखरखाव खराब स्थिति में था. एक मामले में यह पाया गया कि कंडक्टर ने टिकट के लिए एक यात्री से पैसे लिए, लेकिन यात्री को टिकट जारी नहीं किया. यह भी देखा गया कि आधे यात्री मास्क पहने नहीं पाए गए और कंडक्टर ने उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित भी नहीं किया.

वायरल वीडियो.

मंडलायुक्त ने चलाया कार्रवाई का चाबुक

सभी 13 कंडक्टरों (बिना निर्धारित ड्रेस/वर्दी और बिना मास्क के पाए जाने पर) को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश आयुक्त ने दिए है. सभी 14 ड्राइवरों (निजी सेवा प्रदाता ड्राइवरों) को तत्काल प्रभाव से सेवा से हटाया जाने के लिए आवश्यक करवाई करने के निर्देश दिए. लापरवाही और खराब प्रवर्तन के लिए 'प्रवर्तन दल' के सभी सदस्यों के खिलाफ विभागीय जांच स्थापित करने के निर्देश दिए. निजी एजेंसी को कारण बताओ नोटिस (जो बसों का रखरखाव करता है और ड्राइवर प्रदान करता है. इसे खराब रखरखाव और खराब पर्यवेक्षण और ड्राइवरों पर प्रभावी नियंत्रण न रखने के लिए ब्लैक लिस्ट करने के नोटिस देने के आदेश दिए. लापरवाही और खराब पर्यवेक्षण के लिए एआरएम (सिटी बस सेवाएं) को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाने के निर्देश दिए गए हैं.


बेहतर बस शेल्टर, एलईडी डिस्प्ले, समय सारिणी, अच्छा रखरखाव आदि सहित आने वाले दिनों में सेवाओं में सुधार के लिए सिटी बस निगम की एक उच्च स्तरीय बैठक 9 सितंबर को मंडलायुक्त द्वारा बुलाई गई है.

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Last Updated : Sep 3, 2021, 11:41 AM IST
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