कानपुरः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ने आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) के अधिकारियों के लिए एक अनुकूलित मास्टर ऑफ डिजाइन (एम.डेस) कार्यक्रम विकसित किया है. दो साल तक चलने वाले इस स्नातक कार्यक्रम से ओएफबी अधिकारियों को जटिल हथियार प्रणालियों को डिजाइन करने की कला और विज्ञान सीखने में मदद मिलेगी. इस तरह की पहल विशेष रूप से हथियारों के क्षेत्र में राष्ट्रीय आत्मनिर्भर भारत अभियान और सामान्य रूप से रक्षा प्रौद्योगिकियों और उत्पादों के साथ निकटता से जुड़ी हुई है. ये भारत में और शायद पूरे एशिया में अपनी तरह का पहला शैक्षणिक कार्यक्रम है.
हथियार डिजाइन के क्षेत्र से संबंधित अनुकूलित मास्टर ऑफ डिजाइन (एम.डेस) कार्यक्रम न केवल परिष्कृत हथियार प्रणालियों के उत्पादन में शामिल कई आयुध कारखानों के लिए बल्कि निजी क्षेत्र की कंपनियों के लिए भी प्रांसगिक होगा, जो हथियार प्रणालियों के क्षेत्र में उद्म कर रहे हैं.
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इस कार्यक्रम के संचालन के लिए दो संगठन यानी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IITK) और आयुध निर्माणी बोर्ड (OFB) कोलकाता 3 सितंबर 2021 को एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से एक साथ आएंगे. इस तरह की संयुक्त पहल दो संगठनों के बीच संबंधों को संस्थागत रूप देगी. इसके साथ ही ओएफबी से सीधे संबंधित विविध प्रौद्योगिकियों के संयुक्त विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेगी.
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समझौता ज्ञापन पर आईआईटी कानपुर के अकादमिक मामलों की डीन प्रो. अचला एम रैना और आयुध निर्माणी बोर्ड के उप महानिदेशक (सीसीडी और मानव संसाधन) गगन चतुर्वेदी ने प्रो. नचिकेता तिवारी, विभागाध्यक्ष डिजाइन कार्यक्रम, आईआईटी कानपुर की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए.