कानपुर: बिकरू कांड के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर मृतक विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के तीनों भाइयों ने कानपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया. पुलिस को चकमा देते हुए तीनों ने वकील की वेशभूषा में शुक्रवार को सरेंडर किया है. पुलिस के अनुसार, गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के बाद तीनों एक माह से फरार चल रहे थे. तीनों पर पुलिस की ओर से 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था. कोर्ट ने तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया है.
- विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के तीनों भाइयों ने कोर्ट में किया सरेंडर
- पुलिस को चकमा देकर वकील की वेशभूषा में तीनों ने कोर्ट पहुंचकर किया सरेंडर
- गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के बाद एक माह से फरार चल रहे थे तीनों भाई
बिकरू कांड के मास्टरमाइंड रहे कुख्यात विकास दुबे के काली कमाई को सफेद करने वाले खजांची जय बाजपेई के तीनों भाइयों ने शुक्रवार को कानपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया. पुलिस ने जय बाजपेई के तीनों भाई रजय, अजय व शोभित पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था.
तीनों ने एडीजे पांच गैंगस्टर कोर्ट में सरेंडर किया है, जहां से कोर्ट ने तीनों को न्यायिक अभिरक्षा नें जेल भेजने का आदेश दिया है. गौरतलब है कि लगभग 1 माह पहले तीनों भाइयों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई की थी. पुलिस के अनुसार, तभी से तीनों फरार चल रहे थे.
दो दिन पहले जय बाजपेई के थाना नजीराबाद स्थित घर पर पुलिस ने डुगडुगी बजा कर कुर्की का नोटिस चस्पा किया था. इसके बाद तीनों भाइयों ने खुद को कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
शुक्रवार दोपहर तीनों भाइयों ने वकील की वेशभूषा में कोर्ट में हाजिर होकर वकील के माध्यम से समर्पण प्रार्थना पत्र दिया, जिस पर कोर्ट ने आनन-फानन में तीनों को न्यायिक हिरासत में लेने के आदेश कर दिए. इसके बाद तीनों को जेल भेज दिया गया. वहीं रजय ने कहा कि हमें इस मामले में बेवजह फंसाया जा रहा है और हमारा विकास दुबे से कोई संबंध नहीं था.