कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के महाराजपुर थाने में कार्यरत एक हेड कांस्टेबल ने पूर्वी जोन के आईपीएस अधिकारी पर मुर्गा बनाकर बेल्ट से पीटने का आरोप लगाया है. सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर यह आरोप-प्रत्यारोप के तथ्य जब वायरल हुए तो पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसर भी चौंक गए. हेड कांस्टेबल पद्माकर ने लिखा है कि उसे इतना पीटा गया कि उसे भागकर अपनी जान बचानी पड़ी.
इस पूरे मामले पर आईपीएस (एडीसीपी पूर्वी) का कहना है कि एक सिपाही की शिकायत मिली थी. शिकायत के आधार पर हेड कांस्टेबल का ट्रांसफर नर्वल थाने में किया गया था. इस बात से नाराज होकर ही सिपाही ने गलत आरोप लगाए हैं. हालांकि, इस मामले के बाद से शहर के पुलिस महकमे में सनसनी मची हुई है. कोई आला अधिकारी स्पष्ट रूप से कुछ बोलने को तैयार नहीं है. मगर, गोपनीय तौर पर इस मामले की जांच शुरू करा दी गई है.
ट्रांसफर के बाद भी अपने थाने में जमे हैं सिपाही: कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसर सिपाहियों के ट्रांसफर को लेकर तैयार सूची पर अपने साइन तो कर देते हैं मगर, प्रैक्टिकल तौर पर सिपाहियों का ट्रांसफर नहीं हो पाता है. कमिश्नरेट के 50 से अधिक थानों में कई ऐसे सिपाही हैं जो अपनी कुर्सी पर मजबूती से जमे हैं. इनकी जो शिकायतें होती हैं, उन्हें भी अनसुना कर दिया जाता है.
चर्चा में हैं पूर्वी जोन के आईपीएस अधिकारी: महाराजपुर थाने में तैनात रहे हेड कांस्टेबल पद्माकर ने जिस आईपीएस पर मारपीट का आरोप लगाया है, वह पिछले कुछ दिनों से काफी सुर्खियों में हैं. आईपीएस द्वारा पिछले एक माह में दो सेक्स रैकेट का जहां पर्दाफाश किया गया था वहीं, उन्हीं का नाम जोड़ते हुए दो सिपाहियों ने एक होटल संचालक को धमकाने की कोशिश की थी. हालांकि, उस मामले में दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया था.
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