कानपुर: कोरोना वायरस से लड़ने की जंग में कानपुर आईआईटी उतर आया है. कानपुर आईआईटी इसके लिए 1,000 पोर्टेबल वेंटिलेटर बनाएगा. कोरोना वायरस के संक्रमण और दिन-ब-दिन बढ़ते रोगियों की संख्या को देखते हुए आईआईटी कानपुर ने पोर्टेबल वेंटीलेटर बनाने का एलान किया है. कोरोनावायरस से लड़ने में सबसे ज्यादा वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है और हमारे देश में वेंटिलेटर की संख्या बहुत कम है. इसको देखते हुए आईआईटी कानपुर ने कोरोना से लड़ने के लिए पोर्टेबल वेंटीलेटर बनाने का एलान किया है.
देश में है 50,000 पोर्टेबल वेंटिलेटर की आवश्यकता
संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर नारायणा इंस्टिट्यूट ऑफ कार्डिंग साइंस बेंगलुरु के विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम करेंगे. प्रोटोटाइप अगले 7 दिन में बन जाएगा. इसके बाद दो पुरातन छात्रों की कंपनी एक माह में 1,000 पोर्टेबल वेंटिलेटर तैयार करेगी. इनोवेशन एंड इक्यू बेसन हब के इंचार्ज डॉक्टर प्रोफेसर अमिताभ बंदोपाध्याय के मुताबिक भारत में स्थिति को देखते हुए एक माह में 50,000 पोर्टेबल वेंटिलेटर की आवश्यकता है. आईआईटी कानपुर एक माह में 1,000 वेंटीलेटर तैयार करेगा. इसमें कई संस्थाएं सहयोग कर रहे हैं.