कानपुर: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई की जयंती पर सोमवार को किदवई नगर घनश्याम दास स्कूल में प्राचीन मुद्रा की प्रदर्शनी लगाई गई थी. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में लद्दाख के राज्यपाल डॉ. बी डी मिश्रा शामिल हुए. पहले राज्यपाल को सलामी दी गई. इसके बाद राज्यपाल ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित करके की. दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद राज्यपाल डॉ. बी डी मिश्रा ने प्राचीन भारतीय मुद्रा की प्रदर्शनी देखी. साथ ही बच्चों की अलौकिक प्रतियोगिता भी देखी.
काव्य संग्रह पुस्तिका का विमोचन: इस दौरान राज्यपाल ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई पर आधारित काव्य संग्रह पुस्तिका का विमोचन किया. इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अटल जी सबसे अच्छे वक्ता और अच्छे इंसान भी थे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की महिला पत्रकार ने जब अटल जी से कहा कि आप मुंह दिखाई में कश्मीर दे दे तो, मैं आपसे शादी कर लूंगी. इस पर अटल जी ने कहा था, ठीक है दहेज में हमको पाकिस्तान चाहिए. वहीं, अटल जी ने एक काव्य में कहा था कि सत्य का संघर्ष सत्ता से न्याय लड़ता निरंकुशता से अंधेरे ने दी चुनौती है. किरण अंतिम अस्त होती है दांव पर सब कुछ लगा है. रुक नहीं सकते, टूट सकते है, मगर हम झुक नहीं सकते'.
इस दौरान प्रदर्शनी में प्राचीन समय के सिक्के भी देखने को मिले. प्रदर्शनी में धार्मिक सिक्के, पच्चीस पैसे के सिक्के, दस और बीस पैसे के सिक्के, एक पैसे के सिक्के थे. वहीं, अन्य सिक्के देखने को मिले. वहीं, कार्यक्रम में बच्चों और छात्राओं के द्धारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए. कार्यक्रम में सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायक महेश त्रिवेदी, बुंदेलखंड अध्यक्ष प्रकाश पाल के साथ-साथ अन्य लोग भी रहे.
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