कानपुर: आजादी के 100 साल पूरे होने पर देश की तस्वीर कैसी होगी, इसकी फिक्र अभी से करनी होगी। इसलिए जरूरी है, कि अब यहां से डिग्री लेने के बाद इस तरह से काम करिए, कि भारत विश्व गुरु बन सके. इसके लिए यह भी जरूरी है कि, आप सब कर्म योग, भक्ति योग व ज्ञान योग से पढ़ाई करें और निरंतर आगे बढ़ते रहें. शुक्रवार को मंधना स्थित रामा विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं, सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्र-छात्राओं से उक्त बातें कहीं.
उन्होंने विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से मूल्यांकन कराने और समाजसेवा के कार्यो में बढ़ कर हिस्सा लेने की भी अपील की. वह बोलीं, विद्यार्थी चाहे जितने आगे बढ़ जाए लेकिन कभी अपनी मां को नहीं भूलना है, क्योंकि वह कर्म, भक्ति व ज्ञान योग से काम करके बच्चों के जीवन का मार्ग प्रशस्त करती हैं. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से कहा वह ऐसे प्रोजेक्ट बनाएं, जिससे छात्र गांवों में जाकर वहां सरकार की नीतियों का सही से क्रियान्वयन करा सकें और लोगों की समस्याओं को सामने लाकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिला सकें. कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथि के तौर पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना मौजूद रहे.
उन्होंने डिग्री पाने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी और कहा हमेशा अपने माता-पिता, शिक्षकों व व्यवसाय के प्रति ईमानदार रहें. इससे सफलता आपके कदम चूमेगी और आपको किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. कार्यक्रम में वर्ष 2019 से 2022 तक के 3222 छात्रों और शोधार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं. इसमें से 133 छात्रों को गोल्ड मेडल, 102 को सिल्वर और 45 को पीएचडी की डिग्री दी गई. इसके साथ ही कार्यक्रम में 25 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को किट, दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, अनाथालय और प्राइमरी स्कूल के बच्चों को स्टेशनरी किट व बैग का वितरण किया गया. कार्यक्रम में कुलाधिपति डा.सूरज कुशवाहा, विधायक नीलिमा कटियार, विश्वविद्यालय के कुलपति डा.जनार्दन अमरनाथ, निदेशक डा. प्रणव सिंह आदि उपस्थित रहे.