कानपुर: नजूल की भूमि पर पुलिस की मिलीभगत से हो रहे कब्जे का विरोध करना भाजपा महापौर के बेटे को भारी पड़ गया. भाजपा महापौर के बेटे को जब स्थानीय लोगों ने नजूल की जमीन पर कब्जा करने की जानकारी दी, तो वे मौके पर पहुंचे. यहां उनको पैसे का लालच दिया गया, लेकिन उसने मना कर दिया. दूसरे पक्ष के कुछ अधिवक्ताओं ने महापौर के बेटे को कानपुर कोर्ट में बुलाया और उस पर समझौते का दबाव बनाया. समझौते से मना करने पर उस पर जानलेवा हमला किया गया.
कानपुर एसएसपी के बंगले से कुछ दूरी पर भाजपा महापौर प्रमिला पांडेय का मकान है. उनके मकान के पास ही नजूल की काफी जमीन है, जिस पर भू माफियाओं की कब्जा करने की नियत बनी हुई है. कुछ महीनों पहले भूमाफिया जावेद सोलेजा और उसके बेटे माहिम ने जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के चलते उनको बेरंग लौटना पड़ा था.
शनिवार को जावेद और उसका बेटा माहिम दर्जनों हथियार बंद लोगों के साथ जमीन पर कब्जा करने पहुंचा. भूमाफियाओं ने जमीन की बाउंड्रीवाल को पूरी तरह से कवर कर लिया. स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी हुई तो वह मौके पर पहुंचे, जिनको देखकर भूमाफिया समेत सभी लोग मौके से भाग गए. कुछ लोगो ने पुलिस को इसकी सुचना दी. इस पर पुलिस ने काम बंद करवा दिया. नगर निगम की महापौर प्रमिला पांडेय के बेटे अनुराग को जब इस बात की जानकारी हुई तो वह पीड़ित के पास पहुंचा और उनसे जानकारी ली.
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वहीं भूमाफियाओं को जब महापौर के बेटे के बारे में जानकारी हुई, तो उन्होंने उसको कानपुर कोर्ट में बुलाया. यहां उसपर समझौते का दबाव डाला गया. समझौता करने से मना करने पर अनुराग पर हमला किया गया और उनसे मारपीट की गई. अनुराग पांडेय ने बताया कि जावेद के बेटे माहिम ने समझौते के लिए बुलाया था. मना करने पर उन्होंने बहाने से बुलाकर मुझ पर हमला किया.