कानपुर: कुछ दिनों पहले शहर के रावतपुर थाना क्षेत्र में एक छात्रा के साथ स्कूल वैन चालक ने दुष्कर्म किया था. पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर चालक को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस के साथ ही स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पर यह सवाल उठे कि आखिर बिना सत्यापन के स्कूल संचालक चालकों को क्यों भर्ती कर लेते हैं? इस तरह के मामलों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए अब पुलिस आयुक्त ने अलर्ट होकर सभी चालकों के सत्यापन कराने का फैसला किया है. पुलिस आयुक्त डॉ.आरके स्वर्णकार का कहना है कि जब पुलिस के पास सभी ड्राइवर्स का रिकार्ड होगा तो गंभीर अपराध होने के मामले न के बराबर सामने आएंगे.
डीसीपी अपने जोन में स्कूलों की लिस्ट बनवाएंगे: पुलिस आयुक्त डॉ.आरके स्वर्णकार ने कहा कि हर जोन में सभी पुलिस उपायुक्त अपने-अपने स्तर से स्कूल-कालेजों की सूची तैयार कराएंगे. इसके बाद स्कूल प्रबंधन के साथ मिलकर पुलिसकर्मी चालकों का सत्यापन करेंगे. अगर किसी चालक का आपराधिक इतिहास मिलता है तो, उसे फौरन अरेस्ट किया जाएगा. वहीं, इस तरह के चालकों को नौकरी देने वाले स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.
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चालक को भेजा गया जेल: पुलिस ने रावतपुर थाना क्षेत्र में हुए छात्रा से दुष्कर्म मामले में चालक कल्लू को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था. जल्द ही अब उन शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी जिन्होंने, मामले को घंटों दबाए रखा था. एडीसीपी पश्चिम आकाश पटेल ने बताया कि इस मामले में थाना प्रभारी रावतपुर से रिपोर्ट मांगी गई है.
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