कानपुर: शहर में काकादेव स्थित डबल पुलिया के पास पुलिस पिकेट से 100 मीटर की दूरी पर खुलेआम गांजे की बिक्री हो रही है. यहां नशे के सौदागर बच्चे, बुजुर्ग और युवाओं को नशे का शिकार बनाने के साथ ही उनकी जिंदगी बर्बाद करने का काम कर रहे हैं. ईटीवी भारत की पड़ताल में खुलासा होने के बाद एसपी वेस्ट ने नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है.
डबल पुलिया के पास नशे के सौदागर धड़ल्ले से गांजा बेच रहे हैं. बस्ती से 100 मीटर की दूरी पर पुलिस पिकेट है. इसके बावजूद नशे के सौदागर बेखौफ होकर दिनभर गांजे की बिक्री करते हैं. गांजे को बेचने के लिए उसे बकायदा कागज की छोटी और बड़ी पुड़िया में पैक किया जाता है, जिसे 30 रुपये से लेकर 50 रुपये तक बेचा जाता है. सूत्रों के मुताबिक यहां रोजाना हजारों पुड़िया गांजे की बिक्री होती है, जिसके चलते बच्चे, बुजुर्ग और युवा नशे की लत के शिकार हो रहे हैं.
पुलिस पिकेट के पास बिक रही गांजे की पुड़िया. मास्टमाइंड गिरफ्त से दूर शहर में नशे के कारोबार पर ब्रेक नहीं लग पा रहा है. ऐसा नहीं है कि नशे के सौदागरों पर कार्रवाई नहीं होती. कहने को तो पुलिस गांजे के धंधे में लिप्त लोगों को गिरफ्तार करती है, लेकिन सिर्फ छोटी मछली यानि सप्लाई करने वाले कैरियर और बिक्री करने वाले ही गांजा की खेप के साथ पकड़े जाते हैं. इस पूरे खेल के मास्टरमाइंड कभी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं.
एसपी वेस्ट ने कही कार्रवाई की बात ईटीवी भारत ने इस बाबत एसपी वेस्ट डॉक्टर अनिल कुमार से बात की. उन्होंने ईटीवी भारत की पहल पर नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है. एसपी ने बताया कि बीते दिनों काकादेव पुलिस ने डबल पुलिया के पास से ही एक युवक को 350 ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार किया था, जिसे जेल भेज दिया गया था. डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि गांजा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं, एसपी ने काकादेव थानाध्यक्ष और पाण्डु नगर चौकी इंचार्ज की भूमिका की जांच कराने की बात भी कही है.
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