कानपुर: संजीत अपहरण हत्याकांड मामले में पुलिस अब सभी आरोपियों के ऊपर गैंगस्टर की कार्रवाई करने जा रही है. संजीत अपहरण हत्याकांड मामले में अभी तक पुलिस ने एक अभियुक्त रामाशीष को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. जिसकी तलाश के लिए पुलिस की तीन टीमें लगी हुई हैं, लेकिन पिछले 6 महीने से ज्यादा होने के बाद भी अभियुक्त का पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन जिले की बर्रा पुलिस अब संजीत अपहरण हत्याकांड मामले में लिप्त पाए गए अभियुक्तों पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने जा रही है.
क्या है मामला ?
कानपुर के बर्रा से 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण फिरौती के लिए उसके दोस्त ने साथियों के साथ मिलकर किया था. अपहरणकर्ताओं ने रतनलाल नगर में किराये पर कमरा ले रखा था. 22 जून की रात शराब पिलाने के बहाने वे संजीत को अपने कमरे पर ले गए और उसे बंधक बना लिया. चार दिन तक बेहोशी के इंजेक्शन देकर उसे बंधक बनाकर रखा गया था.
26 जून को कुलदीप ने अपने दोस्त रामबाबू और तीन अन्य के साथ मिलकर संजीत की हत्या कर दी थी. इसके बाद कुलदीप ने संजीत के शव को अपनी कार में रखकर पांडु नदी में फेंक दिया था और पुलिस को चकमा देकर फिरौती के 30 लाख रुपये भी लूट लिए थे.
23 जुलाई की रात पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए कुलदीप, रामबाबू समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस के मुताबिक कुलदीप, संजीत के साथ सैंपल कलेक्शन का काम करता था.
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