कानपुर: भाजपा सांसद और अभिनेता मनोज तिवारी शनिवार को कानपुर पहुंचे. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि इस बार अयोध्या की रामलीला संस्था की ओर से कानपुर के पांच युवाओं को अभिनय करने का मौका मिलेगा. जबकि आडिशन के जरिए प्रतिभावान कलाकारों का चयन किया जाएगा.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद पर वीडियो का आदेश कोर्ट ने दिया है और अगर इसमें कोई टिप्पणी करता है तो समझ लिजिए कि दाल में कुछ काला है. उन्होंने कहा कि मैंने संसद में ओवैसी को संविधान-संविधान करते खूब देखा है. वह इस मामले से दूर रहें तो ही ज्यादा अच्छा है.
दरअसल फिल्म स्टार मनोज तिवारी ने अयोध्या की रामलीला संस्था की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने जिस जगह अयोध्या में जन्म लिया था, उसी जमीन पर अयोध्या की रामलीला का मंचन होता है. वर्ष 2020 कोरोना काल में लोग रामलीला से वंचित रहे तो एक वर्चुअल रामलीला का मंच तैयार किया था. इसका दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण भी हुआ था. लेकिन अबकी बार अयोध्या की रामलीला समिति में कानपुर के सोमेंद्र मेहता को उपाध्यक्ष चुना गया है और इनकी देखरेख में ही प्रतिभा के हिसाब से महानगर और कानपुर के ग्रामीण इलाकों के कलाकारों का चयन होगा और रामलीला में प्रतिभा के हिसाब से उन्हें रोल मिलेगा.
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वहीं, मनोज तिवारी ने आगे कहा कि रामलीला को पूरे देश में नहीं बल्कि विश्व में पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है. इस सकारात्मक पहल में भारत सरकार के संस्कृति विभाग और यूपी सरकार का पूरा समर्थन मिल रहा है. इस दौरान राम का रोल अदा करने वाले राहुल भूचर और कमेटी के अध्यक्ष सुभाष मलिक, प्रभुनाथ राय दाढ़ी आदि मौजूद रहे.
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