कानपुर: महानगर में तैनात दारोगा पर अपने साथियों के साथ मिलकर एक छात्रा और उसकी दोस्त को बंधक बनाने का आरोप लगा था. उन्हें छोड़ने के लिए दारोगा ने 50 हजार रुपये जबरदस्ती ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिये. छात्रा की शिकायत पर आईजी मोहित अग्रवाल ने मामले की जांच कराई और दोषी दारोगा पर एफआईआर दर्ज कराई. इसके साथ ही दारोगा को निलंबित कर दिया और छात्रा के पैसे भी वापस करवाए.
छात्रा अपनी सहेली के घर मिलने गई थी. वहीं उसकी सहेली ने अपने दोस्त सनी नाम के शख्स को वहां बुलाया. सनी के साथ बर्रा थाने में तैनात दारोगा संदीप कुमार अपने साथियों के साथ वहां पहुंच गए. आरोप है कि सबने मिलकर दोनों लड़कियों को बंधक बना लिया.
दारोगा ने की रुपयों की मांग
दारोगा ने कहा कि तुम दोनों गलत काम करती हो और तुम पर एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जाएगा. लड़कियां घबरा गईं और उनसे छोड़ने की विनती करने लगीं. आरोप है कि दारोगा और उसके साथी छोड़ने के लिए पैसों की मांग करने लगे. पैसे न होने की बात कहने पर उसने दोनों का मोबाइल लिया और गूगल पे के माध्यम से खाते में रुपये देखे.
आईजी ने मामले में पाया दोषी
आरोप है कि दारोगा ने छात्रा के खाते से 50 हजार रुपये अपने साथी सनी के खाते में ट्रांसफर कर दिए. दारोगा ने दोनों लड़कियों को छोड़ दिया. छात्रा ने बीते गुरुवार को आईजी मोहित अग्रवाल से मामले की शिकायत की. आईजी ने जांच कराई तो जांच में दारोगा दोषी पाया गया. बर्रा थाने में ही दारोगा संदीप कुमार, सनी और उसके साथी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. दारोगा को निलंबित करने के साथ-साथ उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है.