कानपुर: विश्व में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है. अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. वहीं भारत में भी कोरोना के कहर की वजह से बिगड़ी अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक सहायता पैकेज की घोषणा की.
बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 6 लाख करोड़ की संजीवनी का देश के सामने खाका खींचा था. इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात एमएसएमई के लिए तीन लाख करोड़ की संजीवनी का ऐलान करना था. इसी मुद्दे पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
जान के साथ जहान भी जरूरी
ईटीवी भारत से बातचीत में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आर्थिक पुनरुद्धार (इकोनॉमिक रिवाइवल) की बात कही है और इस पर भी ध्यान दिया है कि जान के साथ जहान भी जरूरी है. मतलब जहां एक तरफ हमें इस संक्रमण से बचना है तो वहीं दूसरी ओर हमारी अर्थव्यवस्था को भी बचाना सबसे जरूरी है.
एमएसएमई का सबसे बड़ा सेंटर है यूपी
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एमएसएमई का पूरे देशभर में सबसे बड़ा सेंटर है. उत्तर प्रदेश के 90 लाख से ज्यादा एमएसएमई हैं. इसलिए उत्तर प्रदेश को सबसे ज्यादा लाभ होगा, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा एमएसएमई की यूनिट है. इनसे लघु उद्योग और मध्यमवर्गीय उद्योगों को खासा बल मिलेगा.
बिना गारंटर के लोन उपलब्ध कराएंगे बैंक
अब तक लोन के नाम पर बैंक उद्यमियों को गारंटर के लिए बाध्य करती थी, इस समस्या पर औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि बैंक भी सरकार की नीतियों के अनुरूप ही कार्य करेंगे. उन्होंने दावा किया कि निश्चित रूप से एमएसएमई के तहत व्यापारियों को बिना गारंटर के लोन उपलब्ध कराया जाएगा.
कानपुर: पीएम मोदी के 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज से उद्योग जगत में खुशी