कानपुर: औद्योगिक नगरी में पिछले कुछ सालों से जाम की समस्या बढ़ती ही जा रही है. जल्दबाजी के चक्कर में वाहन सवार डिवाइडर के बीच में बने अवैध कट से निकल जाते हैं, इससे न केवल जाम लगता था बल्कि कई बार हादसे भी होते थे. इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस ने एक सर्वे कराया था.
ट्रैफिक पुलिस ने शहर के 10 व्यस्ततम चौराहों पर सर्वे और स्टडी के आधार पर करीब 100 अवैध कट को जर्सी बैरियर लगाकर बंद कर दिया है, जबकि चौराहों पर जो यू-टर्न वाले मोड़ हैं उन पर न्यू जर्सी बैरियर लगाकर एक स्लिप लेन तैयार कराई जा रही है, जिससे वाहनों के अचानक आमने-सामने की स्थिति न रहे. इस पूरी कवायद को लेकर डीसीपी ट्रैफिक संकल्प शर्मा ने बताया कि इस नई व्यवस्था के लागू होने से जाम की तो स्थिति सुधरी है, एक्सीडेंट भी कम हो गए हैं. बोले, जल्द ही पूरे शहर में इस व्यवस्था को क्रियान्वित कराएंगे.
इन चौराहों का सर्वे हुआ था
रामादेवी चौराहा, टाटमिल चौराहा, बड़ा चौराहा, जरीब चौकी चौराहा, यशोदा नगर बाइपास चौराहा, कल्याणपुर क्रासिंग, विजय नगर चौराहा, किदवई नगर चौराहा, नौबस्ता चौराहा, रावतपुर चौराहा.
डीसीपी ट्रैफिक संकल्प शर्मा ने बताया कि शहर का ह्रदय कहे जाने वाले घंटाघर चौराहे पर आकर कुल छह अलग-अलग रास्ते मिलते हैं. वह बोले, अभी इस चौराहे पर स्टडी का काम जारी है. यह सोचा जा रहा है, कि आखिर इस चौराहे पर ट्रैफिक को कैसे नियंत्रित किया जाए.
ट्रैफिक पुलिस के आला अफसरों ने बताया कि शहर के दक्षिण भाग से लाखों की संख्या में वाहन रोजाना उत्तर की ओर आते हैं. इसका मुख्य कारण, अधिकतर प्रमुख सरकारी व निजी कार्यालय उत्तर में ही हैं, इसलिए उत्तर क्षेत्र के चौराहों पर वाहनों की अधिक संख्या होने के चलते जाम की स्थिति बनी रहती है.आए दिन ही शहर के जाम में आमजन से लेकर विधायक, सांसद व वरिष्ठ प्रशासनिक अफसर तक फंस जाते हैं.
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