कानपुर: वैसे तो शहर में आएदिन ही दो पक्षों में मारपीट के मामले सामने आते हैं. लेकिन शनिवार देर रात एक ऐसा मामला सामने आया जिसने पुलिस अफसरों के होश उड़ा दिए. कार ओवरटेक करने के चलते शहर से वार्ड-95 के पार्षद पति अंकित शुक्ला व रायपुरवा निवासी अमोलदीप भाटिया में पहले तो कहासुनी हो गई. फिर कुछ देर में ही दोनों पक्षों में लात-घूंसे चलने लगे. आरोप है पार्षद पति अंकित शुक्ला ने अपने साथियों के साथ मिलकर अमोलदीप भाटिया को इतना मारा कि रविवार सुबह अमोलदीप को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया.
सोशल मीडिया पर जब यह सूचना वायरल हुई तो आनन-फानन में पुलिस भी सक्रिय हुई. मामले में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी ओर से तहरीर दी तो शहर में इस मामले की जोरों पर चर्चा होने के चलते पूरे मामले का संज्ञान संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने लिया. उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर मिल गई. अब, पुलिस साक्ष्यों के आधार पर दोषियों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई करेगी जो नजीर बनेगी. बोले, किसी भी सूरत में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं, थाना प्रभारी रायपुरवा अमान सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दोनों पक्षों के खिलाफ दर्ज होगा.
पूरे शहर में चर्चा पार्षद पति ने गुंडों संग मिलकर व्यापारी को पीटा: शनिवार देर रात जब यह घटना हुई तो कुछ ही लोगों को जानकारी थी. हालांकि, रविवार सुबह से सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर यह मामला आग की तरह फैल गया. लोगों का कहना था कि पार्षद सौम्या शुक्ला के पति अंकित शुक्ला ने गुंडों संग मिलकर व्यापारी अमोलदीप को जमकर पीटा है. अमोलदीप के परिजनों का कहना है कि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. चर्चा यह भी है कि परिजन अमोलदीप को इलाज के लिए एम्स दिल्ली ले गए हैं. वहीं, पार्षद का भाजपा से जुड़ाव होने के चलते पुलिस ने शनिवार को एफआईआर दर्ज नहीं की थी.
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