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कानपुर ने आपदा को अवसर में बदला, लगीं 3332 औद्योगिक इकाइयां

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Published : Apr 1, 2022, 7:43 PM IST

कानपुर में एक साल में 800 से अधिक चमड़ा व 700 से अधिक एग्रो फूड इकाइयां लगाई गई हैं. इससे शहर में उद्यमिता को बढ़ावा मिला है.

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आपदा को अवसर में बदला

कानपुर: देश और दुनिया में कानपुर की पहचान एक औद्योगिक नगरी के रूप में होती है. यहां का उद्योग जगत हमेशा से दुनिया के तमाम देशों में अपने उत्पादों को लेकर चर्चा में रहा है. बात पिछले दो सालों की करें तो कोरोना महामारी के दौर में उद्यमियों को बहुत अधिक आर्थिक क्षति हुई. मगर, शहर के तमाम उद्यमी ऐसे हैं जिन्होंने हार नहीं मानी. कोरोना कालखंड में अपने नए उद्यमों को स्थापित किया.

आपदा को अवसर में बदला, लग गईं 3332 औद्योगिक इकाइयां

जिला उद्योग केंद्र से मिले आंकड़ों के मुताबिक शहर में सितंबर 2020 से मार्च 2022 तक 3332 औद्योगिक इकाइयां स्थापित हुईं है. इनमें 800 से अधिक जहां चमड़ा इकाइयां हैं. वहीं 700 से अधिक एग्रो फूड इकाइयां हैं. इसके अलावा 750 से अधिक रेडीमेड कपड़े की इकाइयां हैं. ऐसे में साफ है कि इन औद्योगिक इकाइयों के स्थापित होने से जहां हजारों की संख्या में रोजगार सृजित हुए है, वहीं शहर में उद्यमिता को बढ़ावा मिला है.

यह भी पढ़ें:30 करोड़ घोटाले में जलकल जीएम के घर पर CBI की रेड, खंगाले गए डॉक्यूमेंट्स

25 करोड़ तक इस वित्तीय वर्ष में दिया गया लोन
उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि उद्यमियों की मदद के लिए जिला उद्योग केंद्र से इस वित्तीय वर्ष में पीएमईजीपी, एक जिला एक उत्पाद समेत अन्य योजनाओं में करीब 25 करोड़ रुपये तक लोन दिया गया है. योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में इन्वेस्टर समिट को लेकर शहर से निवेश संबंधी कुल 64 एमओयू भी कराए गए थे. सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि विभाग की कोशिश होगी कि उद्यमियों को अधिक से अधिक लोन दिया जाए जिससे वह अपना उद्यम स्थापित कर सकें और औद्योगिक नगरी का पुराना गौरव लौटा सके.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

कानपुर: देश और दुनिया में कानपुर की पहचान एक औद्योगिक नगरी के रूप में होती है. यहां का उद्योग जगत हमेशा से दुनिया के तमाम देशों में अपने उत्पादों को लेकर चर्चा में रहा है. बात पिछले दो सालों की करें तो कोरोना महामारी के दौर में उद्यमियों को बहुत अधिक आर्थिक क्षति हुई. मगर, शहर के तमाम उद्यमी ऐसे हैं जिन्होंने हार नहीं मानी. कोरोना कालखंड में अपने नए उद्यमों को स्थापित किया.

आपदा को अवसर में बदला, लग गईं 3332 औद्योगिक इकाइयां

जिला उद्योग केंद्र से मिले आंकड़ों के मुताबिक शहर में सितंबर 2020 से मार्च 2022 तक 3332 औद्योगिक इकाइयां स्थापित हुईं है. इनमें 800 से अधिक जहां चमड़ा इकाइयां हैं. वहीं 700 से अधिक एग्रो फूड इकाइयां हैं. इसके अलावा 750 से अधिक रेडीमेड कपड़े की इकाइयां हैं. ऐसे में साफ है कि इन औद्योगिक इकाइयों के स्थापित होने से जहां हजारों की संख्या में रोजगार सृजित हुए है, वहीं शहर में उद्यमिता को बढ़ावा मिला है.

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25 करोड़ तक इस वित्तीय वर्ष में दिया गया लोन
उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि उद्यमियों की मदद के लिए जिला उद्योग केंद्र से इस वित्तीय वर्ष में पीएमईजीपी, एक जिला एक उत्पाद समेत अन्य योजनाओं में करीब 25 करोड़ रुपये तक लोन दिया गया है. योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में इन्वेस्टर समिट को लेकर शहर से निवेश संबंधी कुल 64 एमओयू भी कराए गए थे. सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि विभाग की कोशिश होगी कि उद्यमियों को अधिक से अधिक लोन दिया जाए जिससे वह अपना उद्यम स्थापित कर सकें और औद्योगिक नगरी का पुराना गौरव लौटा सके.

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