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कानपुर: गांव में गंदगी का अंबार, महिलाओं ने सिर मुंडवाकर प्रदर्शन की दी धमकी

यूपी के कानपुर स्थित चकत्तापुरवा व पातिन निबादा गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. इसी को लेकर स्थानीय महिलाओं ने सिर मुंडवाकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

गांव में गंदगी का अंबार
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Published : Nov 21, 2019, 4:28 PM IST

कानपुर: जिले के चकत्तापुरवा व पातिन निबादा गांव अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं, हालात यह है कि स्थानीय लोग गंदे पानी के जलभराव और बजबजाती नालियों के बीच जीने को मजबूर हैं. वहीं गांव में डेंगू एवं संक्रमित बुखार का कहर भी लगातार जारी है. जिससे क्षेत्र में कई मौतें भी हो चुकी हैं. वहीं इसी के खिलाफ महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ सिर मुंडवाकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

गांव में लगा गंदगी का अंबार, स्थानीय परेशान.

गांव में लगा गंदगी का अंबार
जिले के कई गांवों में डेंगू एवं संक्रमित बुखार का कहर जारी है. जिससे कई लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं. दूसरी तरफ ग्राम सभा के चकत्तापुरवा व पातिन निबादा में जिम्मेदार अफसर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते दिख रहे हैं. वहीं गांव में जल भराव संक्रमण को दावत दे रहा है. ऐसे में बदहाली की जिंदगी जी रहे यह ग्रामीण कई बार ग्राम प्रधान ग्राम सचिव और तहसील के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन इनकी आवाज सुनने वाला कोई है. वहीं स्थानीय निवासी पीड़ित परवीन निशा का आरोप है कि तहसील समाधान दिवस से पूर्व प्रधान व ग्राम सचिव ने उसके घर जाकर डराया धमकाया. शिकायत करने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी.

पढ़ें: NGT ने प्रदेश सरकार पर लगाया 10 करोड़ रुपये का जुर्माना

गांव की परवीन निशा कुछ महिलाओं के साथ तहसील दिवस में आई थी, जहां उन्होंने गांव में गंदगी और विकास को लेकर शिकायत की थी. मामले की जांच की जाएगी.
लक्ष्मी वैश्य, एसडीएम

कानपुर: जिले के चकत्तापुरवा व पातिन निबादा गांव अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं, हालात यह है कि स्थानीय लोग गंदे पानी के जलभराव और बजबजाती नालियों के बीच जीने को मजबूर हैं. वहीं गांव में डेंगू एवं संक्रमित बुखार का कहर भी लगातार जारी है. जिससे क्षेत्र में कई मौतें भी हो चुकी हैं. वहीं इसी के खिलाफ महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ सिर मुंडवाकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.

गांव में लगा गंदगी का अंबार, स्थानीय परेशान.

गांव में लगा गंदगी का अंबार
जिले के कई गांवों में डेंगू एवं संक्रमित बुखार का कहर जारी है. जिससे कई लोगों की मौतें भी हो चुकी हैं. दूसरी तरफ ग्राम सभा के चकत्तापुरवा व पातिन निबादा में जिम्मेदार अफसर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते दिख रहे हैं. वहीं गांव में जल भराव संक्रमण को दावत दे रहा है. ऐसे में बदहाली की जिंदगी जी रहे यह ग्रामीण कई बार ग्राम प्रधान ग्राम सचिव और तहसील के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन इनकी आवाज सुनने वाला कोई है. वहीं स्थानीय निवासी पीड़ित परवीन निशा का आरोप है कि तहसील समाधान दिवस से पूर्व प्रधान व ग्राम सचिव ने उसके घर जाकर डराया धमकाया. शिकायत करने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी.

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गांव की परवीन निशा कुछ महिलाओं के साथ तहसील दिवस में आई थी, जहां उन्होंने गांव में गंदगी और विकास को लेकर शिकायत की थी. मामले की जांच की जाएगी.
लक्ष्मी वैश्य, एसडीएम

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कानपुर:-गाँव का विकास नही होने पर महिलाएं सिर मुंडवाकर करेगी विरोध प्रदर्शन


केंद्र की सरकार हो या सूबे की अपनी महत्वाकांक्षी योजना स्वछता मिशन पर दावे करते नही थकती,लेकिन धरातल पर इन दावों की हवा नीचे के अधिकारी और ग्राम प्रधान निकाल रहे है । 

उदाहरण के तौर पर  कानपुर जिले की बिल्हौर तहसील अंतर्गत ग्राम सभा साभी के चकत्तापुरवा व पातिन निबादा गॉव में साफ तौर पर देखी जा सकती है । यह गाँव बदहाली औऱ गंदगी के शिकार है । हालात यह है कि गॉव वाले गंदे पानी के जल भराव औऱ बजबजाती नलियों के बीच जीने को मजबूर है।

 




Body:आसपास के गाँव में डेंगू एवं संक्रमित बुखार का कहर जारी है जिससे क्षेत्र में कई मौतें भी हो चुकी है दूसरी तरफ ग्राम सभा के चकत्तापुरवा व पातिन निबादा में जिम्मेदार लोग जिंदगी से खिलवाड़ करते दिख रहे है जल भराव संक्रमण को दावत दी रही है ऐसे में बदहाली की जिंदगी जी रहे यह ग्रामीण कई बार ग्राम प्रधान ग्राम सचिव औऱ तहसील के चक़्क़र लगा चुके हैं लेकिन इनकी आवाज़ सुनने वाला कोई नही मिला


 जब गांव की समस्या का निदान नही हुआ तब गाँव की पर्दानशी महिला परवीन ने गांव की कमियों को दूर करने के लिए आवाज़ बुलंद की । जिसमे गांव के दो दर्जन से अधिक ग्रामीण भी उसके साथ है।


अपने गांव की समस्याओं को लेकर समाधान दिवस में भी अपनी समस्या को ले गये थे मगर कोई सुनवाई नही हुई बल्कि पीड़ित परवीन निशा का आरोप है कि तहसील समाधान दिवस से पूर्व प्रधान व ग्राम सचिव ने उसके घर जाकर डराया व धमकाया । शिकायत करने पर फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी दी थी तहसील समाधान में ना आने को कहा था।


अगर बात की जाये गॉव की तो वहाँ के हालात बहुत ही खराब है ना पानी की निकासी ना पीने का पानी जबकि विधायक भगवती सागर बीजेपी के ही है उसके बाद भी गाँव विकास की राह देख रहा है।

पानी की निकासी ना होने से रास्तो पर कीचड़ रहता है जिससे आने जाने में दिक्कत तो होती ही है साथ ही जल भराव से बीमारियों का भी ग्रामीणों को सामना करना पढ़ता है।

मुख्यमंत्री कानपुर आये थे तब ये सभी निशा परवीन के साथ उनसे मिलने पहुचे थे मगर इनको मिलने नही दिया गया तो ये लोग वहाँ घोषणा करके आई थी कि गाँव का विकास जल्द नही हुआ तो 51 महिलाएं अपने सर मुड़ा कर मुख्यमंत्री निवास पर अपना विरोध दर्ज करेगी। 

बाईट - सपना (ग्रामीण महिला)
बाईट - लक्ष्मी वैश्य (एसडीएम)


जब यूपी में मुख्यमंत्री विकास की गँगा बहा रहे है,लेकिन उनके मातहत उनके अरमानो पर पानी फेरते नज़रआ रहे है।





Conclusion:
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