कानपुर: दीपावली पर पूरे शहर में चारों ओर रंग-बिरंगी झालरें जलती दिख रही थी. हर घर, कार्यालय को लोगों ने दुल्हन की तरह सजा दिया था. इसके बावजूद केस्को ने जो आंकड़े तैयार किए उसके मुताबिक दीपावली पर महज 459 मेगावाट बिजली की खपत हुई है. जबकि इस माह अधिकतम लोड 613 मेगावाट रहा. दीपावली के अगले दिन यह लोड घटकर 403 मेगावाट पर पहुंच गया. ऐसे में अफसरों ने माना कि मौसम में बदलाव, स्कूल-कालेजों, कार्यालयों में छुट्टी व बाजार में बंदी के चलते बिजली (electricity cost less in Kanpur) उपयोग कम हुआ है.
वहीं, सीएम ने कहा है कि त्योहारों पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति रहे. लेकिन कानपुर केस्को (Kanpur Kesco) का सिस्टम इस मामले में पूरी तरह से फेल रहा. दीपावली वाले दिन ही शहर के काकादेव, शास्त्री नगर, पनकी, लाजपत नगर, सर्वोदय नगर, इंदिरा नगर, कल्याणपुर, आवास विकास, विकास नगर समेत कई अन्य क्षेत्रों में लगातार फाल्ट हुए. जहां 100 से अधिक शिकायतें केस्को मुख्लाय में दर्ज की गईं. जब रोशनी के पर्व पर मोहल्लों में अंधेरा छाया तो लोगों ने अफसरोंं को जमकर कोसा.
केस्को एमडी अनिल ढींगरा (KESCO MD Anil Dhingra) ने कहा कि फाल्ट होने का कोई एक कारण नहीं होता है. कई कारणों के चलते फाल्ट होते हैं. हालांकि, सूचना मिलते ही सभी फाल्ट ठीक कराए गए. अब, व्यवस्था को और बेहतर करने की दिशा में काम कर रहे हैं.
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