कानपुर: हाल ही में हुई भारी बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. भारी बारिश के चलते जिले के बिल्हौर तहसील क्षेत्र में सैकड़ों बीघे फसल जलमग्न हो गई, जिससे तिल, उड़द और धान समेत कई नकदी फसलें डूबकर खराब हो रही हैं. किसानों की मानें तो इस बारिश में उनके सारे सपने बह गए. लेकिन, प्रशासन की ओर से नुकसान की भरपाई के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया और न ही कोई सरकारी अफसर जायजा लेने पहुंचा.
किसानों का कहना है कि उन्होंने कर्ज लेकर अपनी फसल तैयार की थी और काटने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन बारिश से मूंग, मूंगफली की फसल पानी भरने से सड़ गई. दूसरी तरफ मक्का और धान की फसल गिर जाने से नुकसान हुआ है. अधिक बारिश ने परवल, कुंदरू और करेले जैसी सब्जियों की फसल बिल्कुल बर्बाद हो गई. ऐसे में किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है. किसानों पर जीविका चलाने से लेकर कर्ज चुकाने का बोझ आन पड़ा है.
बिल्हौर तहसील क्षेत्र के अरौल कोठी रोड स्थित बरैयनपुरवा गांव के किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है. महंगी फसलों में शुमार की जाने वाली कुंदरु, करेले और परवल जैसी कई बीघा फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. किसानों के अनुसार, इन फसलों को तैयार करने में काफी समय और लागत लगती है. हालांकि, उपजिलाधिकारी बिल्हौर गुलाब अग्रहरि ने फसलों के खराब होने की बात संज्ञान में होना बताया है. तहसीलदार बिल्हौर ने राजस्व के अधिकारियों को जांच के लिए आदेश दिए हैं. उनका कहना है जांच रिपोर्ट आते ही शासन के आदेशानुसार किसानों को हर संभव आर्थिक सहायता दी जाएगी.
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वैसे कृषि विभाग के अनुसार पिछले दिनों से लगातार हुई बारिश से सब्जियों, तिलहन, तिल, उड़द, अरहर और मक्का के फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. सब्जियों में मुख्य रूप से जमीन पर लगने वाली पत्ता गोभी, नेनुआ, पत्ता गोभी और टमाटर, पालक और धनिया जैसी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है.