कानपुर: शहर के बिठूर थाना क्षेत्र स्थित रामा मेडिकल कॉलेज में रविवार सुबह एमबीबीएस छात्र मथुरा निवासी साहिल सारस्वत की खून से सनी लाश मिली थी. इस मामले में पुलिस ने 48 घंटे तक जो तफ्तीश की, उसमें सामने आया है कि सुबह आठ बजे पुलिस को साहिल की बॉडी संबंधी सूचना कॉलेज प्रबंधन की ओर से दी गई थी. वहीं, सुबह हॉस्टल के बेसमेंट के पास लगा कैमरा 5.50 बजे से 6.10 बजे तक यानी कि 20 मिनट तक बंद रहा था. हालांकि, फ्लोर के अन्य कैमरे चालू थे. यही नहीं, सुबह तीन बजे के बाद तक हॉस्टल के अन्य छात्रों ने साहिल की आवाजें सुनी थीं.
इसका मतलब है कि साहिल की मौत तीन बजे के बाद हुई है. अब, पुलिस को इस मामले का खुलासा करने में बहुत कम साक्ष्य ही जुटाने रह गए हैं. साहिल की चप्पल उठाने वाले छात्रों से भी पुलिस ने पूछताछ की है. मंगलवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने बातचीत के दौरान यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हमारी टीमें काम कर रही हैं. हम सही और सटीक साक्ष्यों के आधार पर जांच करके जल्द ही मामले का खुलासा करेंगे.
पहली बार घटनास्थल पर पहुंची डॉक्टरों की टीम: संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि यह कानपुर का पहला ऐसा मामला है, जिसमें डॉक्टरों की टीम ने साहिल का पोस्टमार्टम करने के बाद घटनास्थल का भी निरीक्षण किया. डॉक्टरों के मुताबिक, साहिल की सिर की हड्डियां टूटी थीं. पसलियों में फ्रैक्चर मिला और भी चोटें थीं. अब डॉक्टरों ने दोनों ही स्थितियों का निष्कर्ष निकालने के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार की है. वहीं, कैम्पस में भी पुलिसकर्मियों ने कई अन्य साक्ष्य जुटाए हैं.
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