कानपुरः कुख्यात विकास दुबे भले ही पुलिस इनकाउंटर में मार गिराया गया हों लेकिन उसकी दहशत किस कदर लोंगो में थी इसकी बानगी एक बार फिर देखने को मिली है. शहर के शारदा नगर इलाके में रहने वाले एक युवक को नौकरी का झांसा देकर उसके साथ लाखों की ठगी कर ली गई. रकम मांगने पर आरोपित पक्ष ने खुद को विकास दुबे का रिश्तेदार बताकर धमकाया. पुलिस कमिश्नर के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कर रावतपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, शारदा नगर की राधा कृष्णा सोसाइटी निवासी पवन कुमार सिंह महाबलीपुरम के सौरभ त्रिवेदी की पिछले 2 सालों से जान पहचान थी. सौरभ त्रिवेदी ने अपनी पत्नी रुचि त्रिवेदी को पशुपालन विभाग में प्रसार अधिकारी बताते हुए पवन की नौकरी लगाने का झांसा दिया था. पशुपालन विभाग में नौकरी लगवाने के नाम से पवन से 2 लाख रुपए ले लिए लेकिन 3 महीने बाद भी नौकरी न मिलने पर पवन ने सौरव से अपनी रकम वापस मांगी. रावतपुर थाने में दोनों पक्षों में 6 सितंबर 2019 में पंचायत होने पर सौरव ने पवन से 6 महीने के अंदर 1 लाख वापस करने का वादा किया लेकिन रुपए वापस नहीं किए.
रकम वापस मांगने पर सौरभ ने अपने साथियों रिशु, मोहन, मनोज, ऋषि और अन्य अज्ञात दो लोगों के साथ पवन के घर जाकर गाली गलौज की. आरोप है कि उसने खुद को विकास दुबे का रिश्तेदार बताया. आरोप है कि सौरभ ने पवन के सीने में तमंचा सटाकर 1 लाख की रंगदारी भी मांगी. थाने में साठगांठ के चलते सौरभ ने पीड़िता को झूठे मुकदमे में फंसा कर रंगदारी मांगना जारी रखा. थाने से कोई कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर से मामले की शिकायत की. कल्याणपुर एसीपी विकास कुमार पांडेय ने बताया कि पुलिस कमिश्नर के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है. आरोप सही पाए गए तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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