ETV Bharat / state

छात्रों को ड्रोन एक्सपर्ट बनाएगा छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर (Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University Kanpur) अपने छात्रों को ड्रोन एक्सपर्ट बनाएगा. सीएसजेएमयू कैम्पस में आईआईटी की मदद से ड्रोन लैब स्थापित की जाएगी.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 30, 2023, 11:38 AM IST

कानपुर: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर (Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University Kanpur) में पढ़ने वाले हज़ारों छात्रों को अब अन्य प्रोफेशनल कोर्सेस के साथ ड्रोन का भी प्रशिक्षण मिलेगा. इसके लिए विवि कैम्पस में आईआईटी कानपुर की मदद से जल्द ही ड्रोन लैब को स्थापित किया जाएगा. इसमें छात्रों के साथ ​शिक्षकों को भी ​शि​क्षित-प्र​शि​​क्षित (CSJMU students will be drone expert) करने की योजना बन गयी है. साथ ही आईअईटी कानपुर के प्रोफेसर छात्रों ड्रोन तकनीक की बारीकियों के बारे में बताएंगे.

छात्रों को ड्रोन एक्सपर्ट बनाएगा सीएसजेएमयू
सीएसजेएमयू कैम्पस में आईआईटी कानपुर की मदद से ड्रोन लैब बनेगी

आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) और सीएसजेएमयू के बीच इस कवायद को लेकर करार हुआ है. आईआईटी की ओर से अर्थ साइंस विभाग के प्रो. राजीव सिन्हा और सीएसजेएमयू की ओर से कुलपति ने समझौते पर हस्ताक्षर किए और कहा कि अब दोनों ही संस्थानों के विशेषज्ञ एक साथ मिलकर काम करेंगे. विवि सामान्य व प्रोफेशनल स्नातक व परास्नातक कोर्स के साथ छात्र-छात्राओं को वोकेशनल प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर व हुनरमंद बनाने का प्रयास कर रहा है. विवि कैम्पस में पहली बार शुरू हुए कृषि पाठ्यक्रम में ड्रोन का प्रशिक्षण देने की तैयारी की गई.

छात्रों को ड्रोन एक्सपर्ट बनाएगा सीएसजेएमयू
आईअईटी कानपुर के प्रोफेसर छात्रों ड्रोन तकनीक की बारीकियों के बारे में बताएंगे

इसी बीच ड्रोन को लेकर छात्रों के बीच बढ़े रूझान को देखते हुए कुलपति प्रो. विनय पाठक ने सभी छात्र-छात्राओं को ड्रोन प्रशिक्षण देने की तैयारी भी कर ली है. आईआईटी के वैज्ञानिक ड्रोन सेक्टर में बड़े स्तर पर शोध कर रहे हैं. यहां डिफेंस, कृषि, चिकित्सा क्षेत्र में मदद के लिए कई ड्रोन विकसित किए जा रहे हैं.

आईआईटी के कई ड्रोन खेतों में दवा का छिड़काव, क्रॉप एनालिसिस, फसलों के स्वास्थ्य की रिपोर्ट को लेकर काम कर रहे हैं. किसानों को भी ड्रोन का खेती में लाभ के बारे में जानकारी दी जा रही है. इसी को देखते हुए विवि अब ड्रोन लैब स्थापित करने जा रहा है. प्रो. राजीव सिन्हा ने बताया कि एमओयू के तहत छात्रों-​शिक्षकों को ड्रोन तकनीक के प्रोफेशनल इस्तेमाल की जानकारी दी जाएगी. छात्र आईआईटी आकर भी लैब देख सकते हैं.


आईआईटी के ड्रोन सर्वेक्षण में विवि का कैम्पस 42 प्रतिशत हरा-भरा: आईआईटी कानपुर कि ओर से हुए ड्रोन सर्वेक्षण में सीएसजेएमयू कैम्पस का 42 प्रतिशत हिस्सा हरा-भरा मिला है. जबकि 26 प्रतिशत हिस्सा हरा-भरा होने लायक है. विवि कैम्पस का कुल एरिया 267 एकड़ में है, जिसमें करीब 112 एकड़ एरिया में हरियाली है. विवि के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने अब 26 प्रतिशत एरिया को जल्द से जल्द पूरी तरह हरा-भरा करने के निर्देश दे दिए हैं.

ये भी पढ़ें- बैंकों के लॉकर काटकर पार कर देते थे सोना और कैश, तीन आरोपी गिरफ्तार

कानपुर: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर (Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University Kanpur) में पढ़ने वाले हज़ारों छात्रों को अब अन्य प्रोफेशनल कोर्सेस के साथ ड्रोन का भी प्रशिक्षण मिलेगा. इसके लिए विवि कैम्पस में आईआईटी कानपुर की मदद से जल्द ही ड्रोन लैब को स्थापित किया जाएगा. इसमें छात्रों के साथ ​शिक्षकों को भी ​शि​क्षित-प्र​शि​​क्षित (CSJMU students will be drone expert) करने की योजना बन गयी है. साथ ही आईअईटी कानपुर के प्रोफेसर छात्रों ड्रोन तकनीक की बारीकियों के बारे में बताएंगे.

छात्रों को ड्रोन एक्सपर्ट बनाएगा सीएसजेएमयू
सीएसजेएमयू कैम्पस में आईआईटी कानपुर की मदद से ड्रोन लैब बनेगी

आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) और सीएसजेएमयू के बीच इस कवायद को लेकर करार हुआ है. आईआईटी की ओर से अर्थ साइंस विभाग के प्रो. राजीव सिन्हा और सीएसजेएमयू की ओर से कुलपति ने समझौते पर हस्ताक्षर किए और कहा कि अब दोनों ही संस्थानों के विशेषज्ञ एक साथ मिलकर काम करेंगे. विवि सामान्य व प्रोफेशनल स्नातक व परास्नातक कोर्स के साथ छात्र-छात्राओं को वोकेशनल प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर व हुनरमंद बनाने का प्रयास कर रहा है. विवि कैम्पस में पहली बार शुरू हुए कृषि पाठ्यक्रम में ड्रोन का प्रशिक्षण देने की तैयारी की गई.

छात्रों को ड्रोन एक्सपर्ट बनाएगा सीएसजेएमयू
आईअईटी कानपुर के प्रोफेसर छात्रों ड्रोन तकनीक की बारीकियों के बारे में बताएंगे

इसी बीच ड्रोन को लेकर छात्रों के बीच बढ़े रूझान को देखते हुए कुलपति प्रो. विनय पाठक ने सभी छात्र-छात्राओं को ड्रोन प्रशिक्षण देने की तैयारी भी कर ली है. आईआईटी के वैज्ञानिक ड्रोन सेक्टर में बड़े स्तर पर शोध कर रहे हैं. यहां डिफेंस, कृषि, चिकित्सा क्षेत्र में मदद के लिए कई ड्रोन विकसित किए जा रहे हैं.

आईआईटी के कई ड्रोन खेतों में दवा का छिड़काव, क्रॉप एनालिसिस, फसलों के स्वास्थ्य की रिपोर्ट को लेकर काम कर रहे हैं. किसानों को भी ड्रोन का खेती में लाभ के बारे में जानकारी दी जा रही है. इसी को देखते हुए विवि अब ड्रोन लैब स्थापित करने जा रहा है. प्रो. राजीव सिन्हा ने बताया कि एमओयू के तहत छात्रों-​शिक्षकों को ड्रोन तकनीक के प्रोफेशनल इस्तेमाल की जानकारी दी जाएगी. छात्र आईआईटी आकर भी लैब देख सकते हैं.


आईआईटी के ड्रोन सर्वेक्षण में विवि का कैम्पस 42 प्रतिशत हरा-भरा: आईआईटी कानपुर कि ओर से हुए ड्रोन सर्वेक्षण में सीएसजेएमयू कैम्पस का 42 प्रतिशत हिस्सा हरा-भरा मिला है. जबकि 26 प्रतिशत हिस्सा हरा-भरा होने लायक है. विवि कैम्पस का कुल एरिया 267 एकड़ में है, जिसमें करीब 112 एकड़ एरिया में हरियाली है. विवि के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने अब 26 प्रतिशत एरिया को जल्द से जल्द पूरी तरह हरा-भरा करने के निर्देश दे दिए हैं.

ये भी पढ़ें- बैंकों के लॉकर काटकर पार कर देते थे सोना और कैश, तीन आरोपी गिरफ्तार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.