कानपुर: अभी तक आप बाजार में मौजूद आम, अनानास, अमरुद, मिक्स फ्रूट समेत कई अन्य फलों का डिब्बाबंद जूस खरीदकर पीते हैं. आने वाले कुछ दिनों बाद आप डिब्बाबंद गन्ने का जूस(canned sugarcane juice) भी पी सकेंगे. कानपुर के राष्ट्रीय शर्करा संस्था (एनएसआइ) के विशेषज्ञों ने डिब्बाबंंद जूस के लिए ऐसी तकनीक तैयार की है, इससे यह करीब छह माह तक ताजा बना रहेगा.
दरअसल, कुछ सालों पहले डिब्बाबंद गन्ने का जूस बाजार में बिकना शुरु हुआ था. मगर उस समय कुछ दिनों में जूस के खराब होने की शिकायतें सामने आईं. उसके बाद कंपनियों ने जूस का उत्पादन बंद कर दिया. ऐसे में लोगों के पास केवल बाजार में खुले रूप से बिकने वाले जूस का विकल्प मौजूद है. उसमें भी तमाम लोग गंदगी व अन्य कारणों से जूस नहीं पीते हैं. इन बातों को ध्यान में रखते हुए एनएसआइ के विशेषज्ञों ने कई तकनीकों के मिश्रण से जूस को तैयार किया गया है. अब जो जूस लोगों के सामने होगा, वह डिब्बे में होगा और कई माह तक खराब नहीं होगा.
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पल्स इलेक्ट्रिक फील्ड, अल्ट्रा फिल्ट्रेशन तकनीक समेत अन्य का प्रयोग: एनएसआइ के निदेशक प्रो.नरेंद्र मोहन ने बताया कि संस्थान के विशेषज्ञों ने कई माह तक शोध कार्यों के दौरान जूस तैयार करने के लिए पल्स इलेक्ट्रिक फील्ड, अल्ट्रा फिल्ट्रेशन तकनीक, मेम्ब्रेन फिल्ट्रेशन तकनीक, हाई प्रेशर पाश्चुराइजेशन समेत अन्य तकनीकों के मिश्रण से जूस को तैयार किया गया. यह जूस पूरी तरह से फ्रेश है. इसमें सड़न की गुंजाइश न के बराबर है. उन्होंने बताया कि दिसंबर के बाद इस जूस के मार्केट में लाया जाएगा. बोले, एक लीटर डिब्बाबंद जूस की कीमत लगभग 10 रुपये होगी.
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