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कानपुर : जिंदा जलाए गए किसान की इलाज के दौरान मौत, प्रशासन ने दिया मुआवजा

यूपी के कानपुर के साढ़ थाना क्षेत्र के चिरली गांव में बीते 17 अक्टूबर को, जमीनी विवाद के चलते दबंग ठाकुर परिवार ने किसान पिता-पुत्र के ऊपर पेट्रोल डालकर उन्हें आग के हवाले कर दिया था. बुरी तरह से झुलसे किसान होरीलाल की इलाज के दौरान केजीएमयू में शनिवार सुबह मौत हो गई. मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया है. वहीं अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की बात कही है.

शव को लेकर गांव पहुंची पुलिस.
शव को लेकर गांव पहुंची पुलिस.
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Published : Oct 25, 2020, 7:53 AM IST

कानपुर : जिले के साढ़ थाना क्षेत्र के चिरली गांव में बीते 17 अक्टूबर को, जमीनी विवाद के चलते दबंग ठाकुर परिवार ने किसान पिता-पुत्र के ऊपर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था. गंभीर हालत में पुलिस ने पिता-पुत्र को कानपुर के उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया था. किसान होरीलाल की हालत जायदा बिगड़ने पर पुलिस ने लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान सुबह होरीलाल की मौत हो गई. हालांकि पुलिस ने घटना के 24 घण्टे के भीतर ही दबंगों को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं मृतक का शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. दूसरी तरफ किसी प्रकार के बवाल की आशंका के चलते गांव में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है.

जानिए क्या है पूरा मामला-

मिली जानकारी के अनुसार साढ़ थाना क्षेत्र के चिरली गांव निवासी होरीलाल दर्जी का पड़ोसी राघवेंद्र उर्फ राजू सिंह राना से, मकान के सामने सामने की जमीन को लेकर पिछले बीस वर्षों से विवाद चल रहा है. 17 अक्टूबर को दोनों पक्षों के बीच गाली गलौज हुई थी. इसके बाद देर शाम राजू सिंह राना ने पत्नी मंजू व पुत्र प्रथम की मदद से अपने दरवाजे के सामने चारपाई पर बैठे होरीलाल के ऊपर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा दी थी. बचाने में होरीलाल की पत्नी शांता व पुत्र सत्यम भी झुलस गए थे. होरीलाल, सत्यम व शांता को उर्सला में भर्ती करा दिया गया था. दूसरी तरफ पुलिस ने वारदात के कुछ घण्टे के भीतर ही आरोपियों को गिरफ्तार कर के जेल भी भेज दिया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में मामला आने के बाद होरीलाल व पुत्र सत्यम को बेहतर उपचार के लिए किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया था. होरीलाल के चार बेटे शिवम, हरिओम, श्रीओम और सत्यम सभी का इलाज अभी भी अस्पताल में चल रहा है.

शव पहुंचने के बाद उमड़ी भीड़.
शव पहुंचने के बाद उमड़ी भीड़.

पुलिस प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई

केजीएमयू लखनऊ में भर्ती होरीलाल की हालत शुक्रवार शाम अचानक बिगड़नी शुरू हुई थी. डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा था. इस बीच एसएसपी डॉ प्रीतिंदर सिंह ने शुक्रवार देर रात एसपी ग्रामीण से रिपोर्ट लेकर साढ़ थाना के हल्का प्रभारी कृष्ण मोहन व बीट कांस्टेबल मान सिंह को निलंबित कर दिया था. एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि देर रात होरीलाल की उपचार के दौरान मौत हो गई है. शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव पहुंचाया गया. वहीं परिजनों की चीख-पुकार से पूरा चिरली गांव कराह उठा.

शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम

शनिवार दोपहर एक बजे मृतक होरीलाल का शव उनके गांव पहुंचा. शव के गांव पहुंचते पूरे परिवार में कोहराम मच गया. होरीलाल की पत्नी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था. मृतक होरीलाल के शव पर बूढ़े माता-पिता सिर पटक पटककर रोने लगे.

मृतक किसान के बच्चे.
मृतक किसान के बच्चे.
ग्रामीणों का लगा ताता, मुआवजे की कही बात

गांव में सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए और पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग करने लगे. मौके पर मौजूद सपा के पूर्व विधायक मुनींद्र शुक्ला ने प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष मुआवजे की बात रखी. जिस पर अधिकारी आना-कानी कर रहे थे. लेकिन सपा विधायक और ग्रामीणों के दबाब बनाने के बाद एडीएम वीरेंद्र पांडे ने मुआवजे में 5 लाख रुपये, 2 बीघा खेती की जमीन और होरीलाल की पत्नी को पेंशन देने की बात कही. मौके पर एडीएम वीरेंद्र पांडे, एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी रिजवान शाहिद व कई थाना की फोर्स मौजूद थी.

एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि होरीलाल जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी है. इस मामले में अभियुक्तों को अगले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था. वो सभी हर समय इस दुखी परिवार के साथ खड़े हैं. आर्थिक सहायता के लिए एडीएम ने घोषणा कर दी है, वहीं घायल बच्चे का जिला प्रशासन इलाज करवा रहा है.

कानपुर : जिले के साढ़ थाना क्षेत्र के चिरली गांव में बीते 17 अक्टूबर को, जमीनी विवाद के चलते दबंग ठाकुर परिवार ने किसान पिता-पुत्र के ऊपर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया था. गंभीर हालत में पुलिस ने पिता-पुत्र को कानपुर के उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया था. किसान होरीलाल की हालत जायदा बिगड़ने पर पुलिस ने लखनऊ के केजीएमयू में भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान सुबह होरीलाल की मौत हो गई. हालांकि पुलिस ने घटना के 24 घण्टे के भीतर ही दबंगों को गिरफ्तार कर लिया था. वहीं मृतक का शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. दूसरी तरफ किसी प्रकार के बवाल की आशंका के चलते गांव में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है.

जानिए क्या है पूरा मामला-

मिली जानकारी के अनुसार साढ़ थाना क्षेत्र के चिरली गांव निवासी होरीलाल दर्जी का पड़ोसी राघवेंद्र उर्फ राजू सिंह राना से, मकान के सामने सामने की जमीन को लेकर पिछले बीस वर्षों से विवाद चल रहा है. 17 अक्टूबर को दोनों पक्षों के बीच गाली गलौज हुई थी. इसके बाद देर शाम राजू सिंह राना ने पत्नी मंजू व पुत्र प्रथम की मदद से अपने दरवाजे के सामने चारपाई पर बैठे होरीलाल के ऊपर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा दी थी. बचाने में होरीलाल की पत्नी शांता व पुत्र सत्यम भी झुलस गए थे. होरीलाल, सत्यम व शांता को उर्सला में भर्ती करा दिया गया था. दूसरी तरफ पुलिस ने वारदात के कुछ घण्टे के भीतर ही आरोपियों को गिरफ्तार कर के जेल भी भेज दिया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में मामला आने के बाद होरीलाल व पुत्र सत्यम को बेहतर उपचार के लिए किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया था. होरीलाल के चार बेटे शिवम, हरिओम, श्रीओम और सत्यम सभी का इलाज अभी भी अस्पताल में चल रहा है.

शव पहुंचने के बाद उमड़ी भीड़.
शव पहुंचने के बाद उमड़ी भीड़.

पुलिस प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई

केजीएमयू लखनऊ में भर्ती होरीलाल की हालत शुक्रवार शाम अचानक बिगड़नी शुरू हुई थी. डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा था. इस बीच एसएसपी डॉ प्रीतिंदर सिंह ने शुक्रवार देर रात एसपी ग्रामीण से रिपोर्ट लेकर साढ़ थाना के हल्का प्रभारी कृष्ण मोहन व बीट कांस्टेबल मान सिंह को निलंबित कर दिया था. एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि देर रात होरीलाल की उपचार के दौरान मौत हो गई है. शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव पहुंचाया गया. वहीं परिजनों की चीख-पुकार से पूरा चिरली गांव कराह उठा.

शव पहुंचते ही गांव में मचा कोहराम

शनिवार दोपहर एक बजे मृतक होरीलाल का शव उनके गांव पहुंचा. शव के गांव पहुंचते पूरे परिवार में कोहराम मच गया. होरीलाल की पत्नी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था. मृतक होरीलाल के शव पर बूढ़े माता-पिता सिर पटक पटककर रोने लगे.

मृतक किसान के बच्चे.
मृतक किसान के बच्चे.
ग्रामीणों का लगा ताता, मुआवजे की कही बात

गांव में सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए और पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग करने लगे. मौके पर मौजूद सपा के पूर्व विधायक मुनींद्र शुक्ला ने प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष मुआवजे की बात रखी. जिस पर अधिकारी आना-कानी कर रहे थे. लेकिन सपा विधायक और ग्रामीणों के दबाब बनाने के बाद एडीएम वीरेंद्र पांडे ने मुआवजे में 5 लाख रुपये, 2 बीघा खेती की जमीन और होरीलाल की पत्नी को पेंशन देने की बात कही. मौके पर एडीएम वीरेंद्र पांडे, एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी रिजवान शाहिद व कई थाना की फोर्स मौजूद थी.

एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि होरीलाल जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी है. इस मामले में अभियुक्तों को अगले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था. वो सभी हर समय इस दुखी परिवार के साथ खड़े हैं. आर्थिक सहायता के लिए एडीएम ने घोषणा कर दी है, वहीं घायल बच्चे का जिला प्रशासन इलाज करवा रहा है.

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