कानपुर: जिले के जू में मरे जंगली मुर्गों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. इन जंगली मुर्गों की दो दिन पहले मौत हो गई थी. मौत के बाद यह जांच के लिए भोपाल के हाई सिक्योरिटी एनिमल डिसीज लैब में भेजे गए थे. बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद जू प्रशासन ने पक्षियों के बाड़े सील कर दिए हैं. चिड़ियाघर भी दर्शकों के लिए अग्रिम आदेश तक बंद कर दिया गया है. जू के डॉ. आरके सिंह के अनुसार एयर बोर्न से पक्षियों में फ्लू फैला है.
जू में मरे जंगली मुर्गों में बर्ड फ्लू की पुष्टि सिस्टम अलर्टचिड़ियाघर में पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सिस्टम को अलर्ट कर दिया है. निजी और सरकारी, सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने और सारी तैयारी पूरी रखने के लिए कहा गया है. हैलट के संक्रामक रोग अस्पताल में तैयारी तेज कर दी गई हैं. वहीं, सीएमओ डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि कोरोना से बचाव के तरीके अपनाएं. मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग पालन करें और हाथ सैनिटाइज करें, इससे बर्ड फ्लू से भी बचाव होगा. सीएमओ डॉ. अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि बर्ड फ्लू कोरोना से अधिक खतरनाक है. इसकी मृत्यु दर अधिक है. ऐसे में बचाव का तरीका है कि कोविड गाइड लाइन का पालन करें, पक्षियों से दूर रहे. इसके साथ ही मुर्गीखानों की जांच के लिए भी कहा गया है. उन्होंने बताया कि यह बीमारी वैसे तो पक्षी से पक्षी में फैलती है लेकिन अगर किसी व्यक्ति को हो गई तो एक से दूसरे में फैलने लगती है. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरबी कमल ने बताया कि सारी तैयारी पूरी है. इस संबंध में अलर्ट कर दिया गया है. संक्रामक रोग अस्पताल में पोस्ट कोविड वार्ड, बर्ड फ्लू, स्वाइन फ्लू आदि के रोगियों के इलाज के लिए हैलट के संक्रामक रोग अस्पताल में व्यवस्था रहती है लेकिन वहां पोस्ट कोविड वार्ड बना दिया गया है. यहां स्वाइन फ्लू आईसीयू में सिर्फ दो वेंटिलेटर हैं. रोगी बढ़ने पर दिक्कत हो सकती है.
मेडिकल कॉलेज दो आरोग्य मेले लगवाएगा
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज दो जगह आरोग्य मेला लगवाएगा. एक मेला तो कम्युनिटी मेडीसिन विभाग के पास परिसर में ही लगेगा और दूसरा विभाग के बिठूर रोड स्थित सेंटर पर लगेगा. प्राचार्य डॉ. आरबी कमल ने दोनों स्थानों का निरीक्षण किया.