कानपुर: बिकरू कांड में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी के नाबालिग होने का दावा किया जा रहा है. अधिवक्ता शिवकांत ने डकैती कोर्ट में खुशी के नाबालिग होने के दस्तावेज पेश किए. दरअसल बीते एक महीने से खुशी कानपुर देहात की माती जेल में बंद है.
दरअसल, खुशी दुबे के वकील का दावा है कि हाईस्कूल की मार्कशीट और सर्टिफिकेट के आधार पर यह साबित हो जाता है कि खुशी नाबालिग है. खुशी के सारे दस्तावेज बुधवार को उन्होंने माती कोर्ट में जज के सामने पेश किए.
दस्तावेजों को गंभीरता से देखते हुए कोर्ट ने जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (किशोर न्याय बोर्ड) को खुशी दुबे के सारे कागज भेज दिए हैं. अब अगले हफ्ते से इस मामले में सुनवाई होनी है. अगर जुवेनाइल बोर्ड खुशी दुबे को नाबालिग करार दे देता है तो एक बार फिर कानपुर पुलिस की किरकिरी होना तय माना जा रहा है.
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खुशी दुबे के वकील शिवकांत दीक्षित ने कहा कि खुशी नाबालिग है. पुलिस ने बिना किसी जांच के खुशी को जेल भेज दिया. उन्हें आयु निर्धारण करना चाहिए था, क्योंकि ऐसे किसी को भी जेल नहीं भेजा जा सकता है. खुशी को जेल से बाहर आना चाहिए. उन्होंने कहा कि खुशी का एनकाउंटर से कोई सीधा सम्बन्ध नहीं है.