कानपुर : जनपद कानपुर में बीते 22 जून को पैथोलॉजी में काम करने वाले संजीत यादव का अपहरण हो गया था. इसके बाद 26 जून को बेरहमी से उनकी हत्या कर दी गई थी. हत्या में उनके साथी शामिल थे. गुरुवार रात कानपुर एसएसपी ने मामले का खुलासा किया. वहीं शुक्रवार को सपा विधायकों ने संजीत यादव को श्रद्धांजलि दी.
संजीत यादव की मौत के बाद उनके परिजनों में व सगे-संबंधियों में मातम पसरा हुआ है. घटना से सभी आहत हैं. शुक्रवार को आर्य नगर के सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और सीसामाउ विधायक इरफान सोलंकी ने मृतक संजीत यादव के घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दी. इस दौरान विधायकों ने राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम को सौंपा.
उक्त ज्ञापन में पीड़ित परिजनों के लिए एक करोड़ रुपए की आर्थित सहायता व मृतक की लड़की को सरकारी नौकरी देने की बात कही है. सपा विधायकों ने मृतक संजीत यादव को श्रद्धांजलि देने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पीड़ित परिवार की फोन पर बात कराई. बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार से अकाउंट नंबर लिया. पूर्व सीएम ने पीड़ित परिजनों की हर संभव मदद की बात कही.
ये है पूरा मामला
जिले के बर्रा थाने क्षेत्र में 22 जून को पैथोलॉजी में कार्यरत संजीत यादव को घर आते समय अगवा कर लिया गया था. इसके बाद संजीत को छोड़ने के लिए परिजनों को फिरौती की रकम के साथ कानपुर के गुजैनी फ्लाईओवर के ऊपर बुलाया गया था. परिजन जब फ्लाईओवर पर पहुंचे, तो पुलिस भी उनके पीछे-पीछे अपहरणकर्ताओं को पकड़ने के लिए आ गई. अपहरणकर्ता के कहने पर परिजनों ने पैसे से भरे बैग को फ्लाईओवर के नीचे फेंक दिया. इसके बाद वह पैसे लेकर फरार हो गए.
इस दौरान मौके पर पहुंची पुलिस उन्हें नहीं पकड़ सकी. बीती रात कानपुर एसएसपी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अपहृत संजीत यादव का उन्हीं के साथियों ने मर्डर कर दिया. साथ ही उनकी बॉडी को पनकी नहर में बीती 26 जून को फेंक दिया था. लेकिन बॉडी का अभी कुछ पता नहीं चला है. पुलिस अब भी मामले की जांच में जुटी है. पीड़ित परिजन की प्रशासन से एक ही मांग है कि ' उनका बेटा संजीत यादव जिंदा तो नहीं मिला, लेकिन उसकी बॉडी ही दिलवा दें.'