कानपुर: शहर के निर्यातकों के लिए ऑस्ट्रेलिया, फिलीपिंस, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, ईराक के बाद अब वियतनाम से अच्छी खबर आयी है. पहली बार शहर के कृषि निर्यातकों को वियतनाम जाने का मौका मिलेगा. वहां के उद्यमियों व कारोबारियों संग फूड एंड एग्री एक्सपोर्ट को विस्तार देने पर सीधा संवाद होगा. मौजूदा समय में यूपी के कानपुर से वियतनाम में मीट, मरीन आदि अन्य एक दो उत्पाद भेजे जाते हैं. हालांकि, अब निर्यातकों को चावल, चाय, मसाले, मोटा अनाज, प्रोस्सेड एंड वेज फूड, डेयरी प्रोडक्ट्स व दालों का बाजार मिल जाएगा. इसके लिए वियतनाम में आगामी 28 फरवरी से 3 मार्च तक बिजनेस टू बिजनेस कॉन्फ्रेंस होने जा रही है. जिसमें कानपुर के 100 से 200 कृषि निर्यातक व फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन (एफपीओ) के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
इस पूरे मामले पर फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (फियो) के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि वियतनाम जाने की सारी तैयारियां पूरी हैं. यूपी से अच्छी संख्या में कृषि निर्यातक जाएंगे. जिनमें कानपुर के निर्यातक भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से शहर में निर्यात कारोबार बहुत तेजी से विस्तार कर रहा है. साल 2021-22 में यूपी का लक्ष्य 400 यूएस बिलियन था. जबकि निर्यातकों ने 422 यूएस बिलियन का कारोबार किया था. वहीं, अप्रैल 2022 से अब तक यूपी में निर्यातक 300 यूएस बिलियन से अधिक का कारोबार कर चुके हैं. ऐसे में दुनिया के तमाम देशों ने अब भारत में कारोबार करने के लिए रुचि दिखानी शुरू कर दी है. जिसमें उम्मीद है कि मार्च 2023 तक यूपी में निर्यात कारोबार का आंकड़ा 450 यूएस बिलियन तक पहुंच जाएगा.
इन आंकड़ों को देखें-
1-भारत से वियतनाम में साल 2021-22 में कुल निर्यात कारोबार 6.7 बिलियन हुआ
2-भारत से वियतनाम में साल 2021-22 में निर्यात कारोबार में 34 फीसद की वृद्धि हुई.
3-वियतनाम निर्यात कारोबार के मामले में एशिया का भारत के नजरिए से चौथा लार्जेस्ट रीजन है
4- उत्तर प्रदेश का वियतनाम से निर्यात कारोबार 2021-22 में 1.5 बिलियन रहा है.