कानपुरः गोविंदनगर डीबीएस कॉलेज का एकाउंटेंट पूर्व प्रिंसिपल और कॉलेज समिति के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है. लेखाकार का आरोप है कि पूर्व प्रिंसिपल और कॉलेज समिति ने नियमों के विपरीत करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है.
धरनारत जितेंद्र का आरोप है कि सन् 2000 से कॉलेज प्रबंधन शासन के नियमों को ताख पर रखकर लेखा कार्य कर रहा है. कॉलेज ने करोड़ो रुपये का हेरफेर किया है. हेरफेर का यह खेल कई सालों से चल रहा है, जबकि इसकी शिकायत उसने महाविद्यालय समिति से लेकर मुख्यमंत्री तक की है, लेकिन आज तक इस मामले की कोई जांच रिपोर्ट नहीं आई.
करोड़ों के खेल को उजागर करने पर उसे जान से मारने की लगातार धमकी मिल रही है और लगातार उसपर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. जिसकी लिखित शिकायत कर उसने सुरक्षा की मांग की है. लेखाकार का ये भी कहना है कि जांच समिति आयी और जो जांच हुई पिछले दो सालों से उस जांच रिपोर्ट को नहीं दिखाया गया और न ही बताया गया कि जांच के बाद क्या कार्यवाही हुई.
वहीं कॉलेज के वर्तमान प्रिंसिपल डॉ. आरके सिंह का कहना है कि लेखाकार उनके पास शिकायत लेकर आया था और उन्होंने अग्रिम कार्रवाई कर दी है. आगे जांच चल रही है. ये लेखाकार काम नहीं करता है समय से कार्यालय नहीं आता है. उसका वेतन रोक दिया गया है. ये अपने को फेमस करने के लिए धरना दे रहा है.