कानपुर: जिले के राजकीय बालिका गृह से बीते बुधवार को दो नाबालिग बालिकाओं के भागने का मामला सामने आया था. इस मामले में विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. इसमें संवासिनी गृह के 4 महिला होमगार्डों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. जिला कमांडेंट होमगार्ड ने शुक्रवार को चारों महिला होमगार्डों को निलंबित कर दिया है. वहीं इस पूरे मामले में जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट जांच एसीएम-6 को सौंपी है. इटावा, मैनपुरी और आगरा पुलिस फरार नाबालिग बालिकाओं की तलाश में जुटी हुई है.
आपको बता दें कि बीते बुधवार को कानपुर के स्वरूप नगर स्थित राजकीय बालिका गृह से 2 नाबालिग बालिकाएं, बालिका गृह के पिछले हिस्से में बने बाथरूम की दीवार फांदकर फरार हो गई थीं. एक बालिका आगरा और दूसरी इटावा की रहने वाली है. दोनों को 4 सितंबर को कानपुर के राजकीय बालिका गृह में लाया गया था.
जानकारी देते हुए डीएम अखिलेश तिवारी ने बताया कि एक 17 वर्षीय नाबालिग बालिका आगरा के इरादतनगर की है. दूसरी 16 वर्षीय नाबालिग बालिका इटावा के जसवंतनगर की रहने वाली है. दोनों ही अपने प्रेमी के संग भाग गई थीं. पुलिस ने इनके प्रेमियों को अपहरण, दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट की धाराओं में जेल भेज दिया था. उसके बाद दोनों नाबालिग बालिकाओं को कानपुर के बालिका गृह में लाया गया था.
बुधवार को दोनों के फरार होने के मामले में राजकीय बालिका गृह की अधीक्षिका उर्मिला की तहरीर पर शिफ्ट प्रभारी अफसाना बेगम, कर्मचारी हेमलता और रजनी के साथ ड्यूटी पर तैनात 4 महिला होमगार्ड मंजू लता, मनोरमा, निशा समेत रत्नेश देवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. इस मामले में कार्रवाई करते हुए कमांडेंट होमगार्ड चंदोहन मिश्रा ने शुक्रवार को चारों होमगार्डों को निलंबित कर दिया है. इनके स्थान पर दूसरे होमगार्डों को बालिका गृह की सुरक्षा में तैनात किया गया है.