कानपुर: जनपद के हाथीपुर गांव के दर्जनों ग्रामीण पैदल मार्च करते हुए समाधान दिवस की चौपाल में जा पहुंचे जहां जिलाधिकारी विजय विश्वास पन्त ग्रामीणों की फरियादें सुन रहे थे. हाथीपुर गांव के लोगों की फरियाद कुछ अलग ही थी. उनकी शिकायत थी कि नर्वल क्षेत्र के एसडीएम ने राजनैतिक दबाव में आकर सरकारी अनुदान से ग्राम समाज की जमीन पर बनी बारातशाला और सामुदायिक केन्द्र को गांव के दबंग भूमाफिया के कब्जे में दे दिया है.
जानिए क्या है पूरा मामला-
- हाथीपुर गांव के दर्जनों ग्रामीण पैदल मार्च करते हुए समाधान दिवस की चौपाल में जा पहुंचे.
- समाधान दिवस में जिलाधिकारी ग्रामीणों की फरियादें सुन रहे थे.
- हाथीपुर गांव के लोगों की फरियाद कुछ अलग ही थी, समूचा गांव राष्टपति से इच्छामृत्यु चाहता था.
- गांव वालों कि शिकायत थी कि ग्राम समाज की जमीन पर बनी बारातशाला और सामुदायिक केन्द्र गांव के दबंग भूमाफिया के कब्जे में दे दिया गया है.
- ग्रामीणों का कहना है कि अन्याय का साथ दे रही सरकारी ताकत से लड़ नहीं सकते इसलिये मर जाना ही बेहतर समझतें हैं.
कब्जा करने वाले पक्ष का क्या कहना है-
हालांकि कब्जा करने वाले पक्ष ने जिला प्रशासन के समक्ष दावा किया है कि उसने एक अदालती आदेश के तहत संपत्ति पर कब्जा प्राप्त किया है. लेकिन कब्जे वाले दिन ग्रामीणों ने जिस ताकत के साथ विरोध प्रदर्शन किया था और आज जिस अन्दाज से मौत की भीख के लिये पैदल मार्च किया उसके बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है.
बुधवार को अपर जिलाधिकारी वित्त एवम् राजस्व हाथीपुर गाॅव जायेंगें और दोनो पक्षो के दस्तावेजों की जाॅच करके अगली कार्यवाही तय करेगें. - विजय विश्वास पन्त, जिलाधिकारी कानपुर नगर
गांववालो वालों का कहना है कि वे लीपापोती वाली किसी भी कार्यवाही को स्वीकार नहीं करेंगें. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिये जिला प्रशासन ने गांव में अतिरिक्त सुरक्षा बंदोबस्त कर दिये हैं.