कानपुर: मंडल के छह जिलों से 29 पुलिसकर्मियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. पिछले दस साल के सेवाकाल में दागदार, भ्रष्टाचार में लिप्त या ड्यूटी में लापरवाह पाए गए 29 पुलिसकर्मियों को सेवानिवृत्त कर दिया गया है. इनमें तीन सब इन्सपेक्टर भी शामिल हैं.
29 पुलिसकर्मियों को किया गया सेवानिवृत्त
- दागदार, भ्रष्टाचार में लिप्त 29 पुलिसकर्मियों को किया गया सेवानिवृत्त.
- सीएम योगी ने निर्देश दिए थे कि दागी और नाकारा पुलिसकर्मियों को नौकरी से निकाला जाए.
- दागी और नाकारा को निकालने के लिए रेंज स्तर पर स्क्रीनिंग कमेटियां बनाई गईं.
- कानपुर रेंज की स्क्रीनिंग कमेटी में आईजी रेंज, और एसएसपी कानपुर और एसपी कन्नौज शामिल थे.
- एलआईयू के हेड कांस्टेबल उदय प्रताप, सिपाही उदयवीर सिंह, केशव सिंह भदौरिया, समरपाल, बनमाली, जगदीश सिंह, संतराम यादव हुए सेवानिवृत्त.
- कानपुर देहात से सिपाही अवधेश कुमार यादव, नवरतन सिंह, रामराज यादव, मित्र प्रकाश यादव, पुष्पेंद्र सिंह और अनिल कुमार हुए सेवानिवृत्त.
- इटावा से दरोगा गुलाब सिंह, हेड कांस्टेबल मौकम सिंह, सिपाही जोखन प्रसाद, बृजेंद्र सिंह हुए सेवानिवृत्त.
- औरैया से दरोगा राजेश चंद्र पांडेय, दरोगा अजय कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल सरिता सिंह चंदेल व आशाराम हुए सेवानिवृत्त.
- फतेहगढ़ से सिपाही विजय प्रताप सिंह, लालाराम, अवधेश कुमार हुए सेवानिवृत्त.
- कन्नौज से दरोगा बालादीन, हेड कांस्टेबल देशराज, शिव बहादुर सिंह और सिपाही बाबूराम यादव हुए सेवानिवृत्त.
दागदार, भ्रष्टाचार में लिप्त, पुलिस की छवि को धूमिल कर रहे थे, ऐसे पुलिसकर्मियों को सेवानिवृत्ति कर दिया गया है. यह प्रक्रिया अभी जारी है.
मोहित अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक